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हैरीटेज संरक्षण को लेकर फ्रैंच कंपनियां मदद को तैयार
Arti pandey
Chandigarh
चंडीगढ़ में चल रहे विभिन्न प्रोजेक्टों में हिस्सेदारी सुनिश्चित करने को लेकर शुक्रवार को फ्रांस राजदूत अलेक्जेंड्रे ज़ेगियर के साथ एक फ्रैंच प्रतिनिधिमंडल यूटी के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर और एडवाइजर मनोज परिदा से मिला। इस प्रतिनिधिमंडल में फ्रांस की 15 कंपनियां थी जिन्होंने प्रशासक और एडवाइजर से मिलकर शहर में शुरू होने जा रहे विभिन्न प्रोजेक्टों में हिस्सेदारी की इच्छा जताई। उन्हें आश्वासन दिया गया कि शहर के बहुत से प्रोजेक्ट ऐसे हैं जिनमें केंद्र सरकार की ओर से दिशा निर्देश आते हैं, लिहाजा पहले वह इसको लेकर केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजेंगे और जो डायरेक्शन वहां से आएंगे उसी के अनुसार आगे काम करेंगे।
एडवाइजर मनोज परिदा ने बताया कि फ्रैंच डेलीगेशन के साथ पहुंची फ्रांस की कंपनियों ने ट्रांसपोर्ट मोबीलिटी के प्रोजेक्ट पर चंडीगढ़ प्रशासन के साथ काम करने की इच्छा जताई। इस पर डेलीगेशन को कहा गया कि ट्रांसपोर्ट को लेकर जल्द ही पालिसी बनने जा रही है। उसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मेट्रो पर काम करना है या मोनो रेल पर। जैसा भी तय होगा उसके अनुसार आगे टैंडर जारी किए जाएंगे। एक टीम सर्वे के लिए लगाई गई है कि इन दोनों में से कौन सा प्रोजेक्ट सही रहेगा, उसके बाद अंतिम फैसला होगा। करीब माह भर के बाद टैंडर की प्रक्रिया जारी की जाएगी।
चंडीगढ़ में कल्चरल प्रोटेक्शन को लेकर फ्रैंच डेलीगेशन को अपना कंसलटेंट एक्सपर्ट देने पर एडवाइजर मनोज परिदा ने बातचीत की जिसमें शहर में कई म्यूजियमों का संरक्षण वगैरहा शामिल है। फ्रैंच वास्तुकार ली-काबूर्जिए, पियरे जैनरेट के म्यूजियम व हाऊस चंडीगढ़ में स्थित हैं। और भी इनसे जुड़ी हैरीटेज की बहुत से चीजें शहर में मौजूद हैं।
कंसलटेंट एक्सपर्ट इसको लेकर प्रशासन को बेशकीमती सुझाव दे सकता है। कैंपीटल कांप्लेक्स के संरक्षण पर भी बातचीत हुई जिसे लेकर फ्रैंच डेलीगेशन ने काफी रुचि दिखाई और इस पर सकारात्मक बातचीत की उ मीद है। हैरीटेज बिल्डिंग को लेकर जल्द प्रशासन एक कमेटी बनाएगा जो केंद्र को अपना सुझाव भेजेगी कि किस तरह से हैरीटेज की आइटमों को सुरक्षित रख सकता है। केंद्र की ओर से इस पर जो भी फाइनल अप्रूवल आएगी यूटी प्रशासन उसी के अनुरूप काम करेगा। मनीमाजरा में फ्रांस की एएफडी कंपनी 24 घंटे पानी दिए जाने के प्रोजेक्ट में मदद कर रही है। उसको लेकर फ्रांस की कंपनी ने लोन भी दिया है। इस काम को फ्रैंच कंपनी की मदद से आगे बढ़ाया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे विभिन्न प्रोजेक्टों को लेकर डेलीगेशन ने प्रोजेक्ट रिपोर्ट की मांग भी की जिसके बारे में कहा गया कि जल्द ही इसके तहत शुरू होने जा रहे प्रोजेक्टों की प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर उन्हें सौंप दी जाएगी। अगर अपने इंट्रस्ट की कोई फील्ड कंपनियों को लगती है तो वह टैंडर प्रक्रिया के दौरान अपना टैंडर भर सकती हैं।
फ्रैंच प्रतिनिधिमंडल में ये रहे शामिल
फ्रांस के भारत में राजदूत अलैक्जैंडर जेगियर, मिस्टर जीन, मार्क फैनेट (मिनिस्टर काउंसलर एंड हैड रीजनल सर्विस फॉर साउथ एशिया),निकोलस फोरनेज, सिवियन शैवहोयन डायरेक्ट (एएफ) सहित अन्य सदस्य शामिल रहे।
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