2 रुपये स्कूल फीस नहीं चुकाई तो छूटी पढ़ाई , ऐसे बनीं #Actress
सुपर डांसर चैप्टर 3 में शनिवार की शाम बॉलीवुड की एवग्रीन दीवा स्पेशल एपिसोड में एक्ट्रेस अरुणा ईरानी और बिंदू ने शिरकत की. शो में बच्चों के साथ मस्ती करते हुए दोनों एक्ट्रेस ने फिल्मी करियर से जुड़े तमाम रोचक किस्से सुनाए.
अरुणा ईरानी ने शुरुआत के स्ट्रगलिंग दिनों को याद करते हुए बताया, “जब मैंने काम करना शुरू किया तब मुझे डांस नहीं आता था. जो भी सीखा वो सेट पर ही सीखा.” अरुणा ईरानी की ये बात सुनते ही शो की जज शिल्पा शेट्टी ने कहा, “अरुणा जी ऐसा कैसे हो सकता है. आप को डांस नहीं आता था. आपने कितने हिट नंबर दिए हैं. ”
शिल्पा की बात सुनकर अरुणा ईरानी ने कहा, “हम आठ भाई-बहन थे. पिता जी की सोच ऐसी थी कि लड़कियों को पढ़ाकर क्या करना. इसलिए छठी पास करते ही, जहां साइन करना आया, पढ़ाई बंद करा दी गई. इसकी वजह थी कि लड़कियों को पढ़ाकर क्या करना है. पढ़ाई तो लड़के करेंगे.” अरुणा ने बताया, “पिता जी के पास उस वक्त इतने पैसे नहीं थे. उनके लिए दो रुपये की स्कूल फीस देना भी मुश्किल था. फिर 75 रुपये मास्टर जी को डांस की फीस देने की सोचना तो बेकार है. उस समय न तो टीवी होता, न ही आज की तरह इंटरनेट और कोई वीडियो भी नहीं होता था. मुझे काम तो मिल गया, और बस जो सेट में सीखा वहीं सब सीन में कर दिया. ”
अरुणा ईरानी ने बताया, “मुझे अच्छे से याद है पिता जी ने मरने से पहले एक दिन अस्पताल के बेड पर लेटे हुए कहा था, ये मेरी अरुणा नहीं अरुण है. बेटा है मेरा. अरुणा ने कहा, पिता जी का ये कहना मानो ऐसे था जैसे मैंने दुनिया की दौलत पा ली. उन्हें मुझ पर गर्व था.”
अरुणा के साथ सुपर डांसर पर आईं बिंदू ने बताया कि हम भी घर पर बड़े थे. इसलिए पढ़ाई हो नहीं सकी. लेकिन मैंने ये तय किया था कि मेरी पढ़ाई नहीं हुई तो क्या अपने भाई-बहनों को पढ़ाई करानी है. आज मेरी घर में कोई वकील है तो कोई डॉक्टर.