ARTI PANDEY
KANPUR
पिपौरी (Pipauri) गांव में 47 साल पहले 30 लोगों को 63 बीघा भूमि का पट्टा दिए जाने का एसडीएम (SDM) के आदेश से जुड़ी फाइल तहसील सदर (SADAR) से गायब है। रिकार्ड रूम (Record Room) का कोना कोना छानने के बाद भी यह फाइल नहीं मिली। लेकिन इस 63 बीघा जमीन का भूप्रयोग बदलने वाले आदेश की फाइल तहसील में मौजूद है। तत्कालीन कानूनगो अवध बिहारी ने इस पर रिपोर्ट लगायी जिसे तहसीलदार सतीश शुक्ला ने आगे बढ़ाया। तत्कालीन एसडीएम पी गुरुप्रसाद के आदेश से भूप्रयोग बदला गया। जिन्होंने भूप्रयोग बदलने का आदेश दिया उन तीन अधिकारियों के नाम सामने आ चुके हैं। अब उनके खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी हो रही है।
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30 ग्रामीणों को दिए गए पट्टे से जुड़ी फाइल
पिपौरी गांव की 63 बीघा जमीन का गलत तरीके से 1975 में 30 लोगों को पट्टा कर दिया गया था। जिला प्रशासन की जांच में मामला सामने आया तो जिलाधिकारी ने सभी पट्टे निरस्त कर जमीन को सरकारी अभिलेखों में दर्ज करने के आदेश दिए थे। 30 ग्रामीणों को दिए गए पट्टे से जुड़ी फाइल तहसील सदर से गायब हो गई है। इसकी जानकारी डीएम द्वारा कराई जा रही जांच के दौरान हुई। छानबीन के दौरान पता चला कि 63 बीघा भूमि जो पट्टे पर दी गई थी उसके भू उपयोग को बदलने के आदेश से जुड़ी फाइल रिकार्ड रूम में मौजूद है। इस फाइल से उन अधिकारियों का नाम भी सामने आ गया जिन्होंने चरागाह और घूरा के लिए आरक्षित भूमि का भू उपयोग परिवर्तित किया था।
1975 को फर्जीवाड़ा करके इस भूमि का पट्टा दे दिया गया
सदर तहसील के पिपौरी गांव की 63.414 बीघा भूमि चरागाह और घूरा के रूप में सुरक्षित थी। इस भूमि को न तो पट्टे पर दिया जा सकता था और न ही इसका कोई और उपयोग किया जा सकता था। 24 दिसंबर 1975 को फर्जीवाड़ा करके इस भूमि का पट्टा दे दिया गया था। 30 लोगों को यह भूमि पट्टे पर आवंटित हुई थी। बाद में इसका भू उपयोग बदलकर कृषि योग्य कर दिय गया था। राजस्व रजिस्टर आर-6 में इसे दर्ज कर दिया गया था। इस मामले में जब शिकायत हुई तो जांच शुरू हुई। इसी में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। पता चला कि तत्कालीन कानूनगो अवध बिहारी ने पट्टे के लिए रिपोर्ट लगायी जिसे तहसीलदार सतीश शुक्ला ने आगे बढ़ाया। तत्कालीन एसडीएम पी गुरुप्रसाद के आदेश से भूप्रयोग बदला गया। भूमाफिया ने प्लाटिंग कर जमीन बेच दी। एसडीएम सदर ने बताया कि 63.414 बीघ जमीन का पट्टा निरस्त कर उसे सरकारी खाते में दर्ज कर लिया गया है।
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