हज सब्सिडी खत्म होने के बाद हवाई किराए में भारी कमी
AGENCY
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि हज यात्रा में सब्सिडी समाप्त होने के बावजूद इस बार हज यात्रियों को विमान किराया काफी कम देना पड़ेगा। इस तरह उन्हें सियासी और आर्थिक शोषण’से मुक्ति मिल गई है।
2018 में एक लाख 70 हजार 25 यात्री जाएंगे हज पर
नकवी ने बताया कि हज -2018 में रिकार्ड एक लाख 70 हजार 25 यात्री हज करने जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस बार हज यात्रा के लिए विमानन कंपनियों से पूरी तरह ऑन लाइन निविदा आमंत्रित की गई जिसमें इंडियन एअरलाइन्स के अलावा सऊदी एअरलाइन और फ्लाईनास ने सबसे कम कीमत लगाई। उन्होंने बताया कि इंडियन एअरलाइन्स और सऊदी एअरलाइन सात-सात स्थानों से तथा फ्लाईनास विमानन कंपनियों के विमान छह स्थानों से उड़ानें भरेंगे।
केेंद्र सरकार किसी भी धार्मिक यात्रा के लिए नहीं देती सब्सिडी
उन्होंने बताया कि इंडियन एअरलाइन्स चेन्नई,गोवा,नागपुर,श्रीनगर,वाराणसी ,कोलकाता और मुंबई से ,सऊदी एयरलाइन अहमदाबाद,बेंगलूर,कोच्चि,दिल्ली ,हैदराबाद ,जयपुर ,लखनऊ तथा फ्लाईनास औरंगाबाद,भोपाल,गया,गुवाहाटी,मेंगलूर और रांची से उड़ानें भरेंगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसी भी धार्मिक यात्रा के लिए सब्सिडी नहीं देती है। जहां तक हज सब्सिडी का सवाल है तो समुदाय के 90 प्रतिशत लोगों ने इसे समाप्त करने का समर्थन किया था।
जनवरी में समाप्त हो चुकी है हज सब्सिडी
उल्लेखनीय है कि सरकार ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद जनवरी में हज सब्सिडी समाप्त कर दी थी। उन्होंने बताया कि इस बार पहली दफा मुस्लिम महिलाएं बिना मेहरम यानी पुरुष रिश्तेदार के हज पर जाएंगी। इसके लिए 1300 महिलाओं ने आवेदन दिया है। इन्हें लाटरी प्रणाली से बाहर रखकर हज पर भेजने की व्यवस्था की जाएगी।