लाखों लोग पानी में घिर गए हैं
असम व बिहार समेत देश के पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भारी वर्षा व बाढ़ से हाहाकार मच गया है। असम के 28 जिलों में 26 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
असम के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार प्रदेश के कई जिलों में राहत व बचाव कार्य में प्रशासन की मदद के लिए सेना बुलाई गई है। उधर बिहार के 13 जिलों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे लाखों लोग पानी में घिर गए हैं।
बिहार के हालात
शिवहर, पूर्वी चंपारण व पड़ोसी देश नेपाल से सड़क संपर्क भंग है।
मोतिहारी की सभी नदियां उफान पर हैं।
मधुबनी में बाढ़ की स्थिति सोमवार को भी भयावह रही।
कमला बलान, कोसी व अन्य नदियों के जलस्तर में तेजी है।
कोसी मुख्य नहर सोमवार को दो जगह टूट गई।
दरभंगा में कमला नदी का तटबंध टूटने से नए हिस्से बाढ़ की चपेट में।
बिहार में नदियों का जलस्तर बढ़ना जारी
- बिहार के 13 जिलों में बाढ़ के पानी में लाखों लोग घिरे हुए हैं।
- सोमवार को 31 लोगों की डूबने से मौत हो गई।
- लोगों का ऊंचे स्थानों पर पलायन जारी है।
- राहत और बचाव में विलंब की वजह से रोष भी है। सीतामढ़ी में नदियों का कहर लगातार जारी है। शहर में बाढ़ का पानी घुस गया है। लोग हाईवे, प्रमुख सड़क, स्कूल और रेलवे पटरी पर तंबू लगा कर जैसे-तैसे रह रहे हैं। सैकड़ों की आबादी बाढ़ के पानी में घिरी हुई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लोगों को सुरक्षित निकाल ऊंचे स्थान पर पहुंचाने में लगी है।
असम के हालात
28 जिलों के 3181 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं।
26,45,533 लोग सोमवार दोपहर तक प्रभावित हो चुके थे।
90,000 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई है। कुछ में फसलें खड़ी थीं।
10 लाख से ज्यादा पशु भी प्रभावित हुए हैं।
एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव में जुटी हैं।
कई जिलों में बचाव कार्यो के लिए सेना बुलाई गई है।
हरियाणा में मानसूनी आफत
मानसून की बारिश के कारण हरियाणा में अंबाला, कुरक्षेत्र, सोनीपत, झज्जर, करनाल और यमुनानगर जिलों में जनजीवन बेहाल हो गया है। सिरसा, जींद, पानीपत, चरखी दादरी सहित अन्य जिलों में भी बारिश हुई है। यमुनानगर में मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई। कुरक्षेत्र में मारकंडा और टांगरी नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से कुरुक्षेत्र के गांवों में पानी घुस गया है।