JAIHINDTIMES
नोएडा । दिल्ली मेट्रोपॉलिटन एजुकेशन कॉलेज (डीएमई) के मीडिया स्कूल के तत्वावधान में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन की शुरुआत मीडिया शिक्षकों, शोधकर्ताओं, छात्रों और मीडियाकर्मियों की उपस्थिति में हुई । इस दौरान बीबीसी के पूर्व दिल्ली ब्यूरो प्रमुख मार्क टुली ने वीडियो संदेश में कहा कि सनसनीखेज खबरों के इस्तेमाल के पीछे एक बड़ी वजह ज्यादातर मीडिया समूहों के मालिकों का व्यापारी होना भी है लेकिन हर खबर में सच्चाई, विश्वसनीयता और निष्पक्षता जरूरी है ।
‘इंडिया एंड चेंजिंग आसपेक्ट ऑफ न्यूज’ (आईकैन-2018) के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार प्रभातशुंगलू ने कहा कि मीडिया को जज बनने से बचना चाहिए । विशिष्ट अतिथि और यूनस्को इंडिया के प्रोग्राम ऑफिसर (कम्युनिकेशन) अनिर्बान सरमा ने पत्रकारों की बढ़ती हत्याओं पर चिंता जाहिर की ।
सभी अतिथियों का स्वागत डीएमई मीडिया स्कूल की प्रभारी प्रोफेसर (डॉ.) सुस्मिता बाला ने किया । उद्घाटन सत्र को आईआईएमसी के पूर्व कोर्स डायरेक्टर प्रोफेसर प्रदीप माथुर, डीएमई के वाइस चेयरमैन अमन साहनी, ऑफिसिएटिंग डायरेक्टर डॉ. भावीश गुप्ता ने भी संबोधित किया । सम्मेलन में शामिल शोध-पत्रों पर आधारित पुस्तक का भी अतिथियों ने सामूहिक रूप से विमोचन किया । इससे पहले ‘भारत की विविधता’ थीम पर छात्र-छात्राओं द्वारा तैयार फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन कॉलेज के डीजी भंवर सिंह ने किया और छात्रों के प्रयास को सराहा । उद्घाटन सत्र में आये अतिथियों डीएमई मीडिया स्कूल की डॉ. पारुल मेहरा ने आभार व्यक्त किया ।
इसी के साथ डीएमई कैंपस में 12 तकनीकी सत्रों की भी शुरुआत हो गई है जिसमें शोध अध्येता हिंदी-अंग्रेजी में 124 रिसर्च पेपर प्रस्तुत करेंगे । मीडिया से बात करते हुए डीएमई मीडिया स्कूल के सलाहकार प्रोफेसर (डॉ) अंबरीष सक्सेना ने बताया कि भारत में समाचार के बदलते पहलुओं को केंद्र में रखकर आयोजित कॉन्फ्रेंस में ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, अमेरिका, बांग्लादेश और नेपाल के रिसर्च स्कॉलर भी मीडिया से जुड़े विषयों पर अपने शोध-पत्र प्रस्तुत करेंगे । सम्मेलन के अंतिम दिन शोधकर्ताओं के लिए नेपाल के प्रसिद्ध संचारविद और भारतवर्षीय संचार सिद्धांत के विशेषज्ञ डॉ. निर्मल मणि अधिकारी की विशेष मास्टर क्लास भी होगी ।