जानें कितना हो आपका ब्लड शुगर
क्या आप भी इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि चक्कर आना या कमज़ोरी महसूस होना ब्लड शुगर बढ़ने या घटने का संकेत है? घबराहट व उलझन महसूस होना भी ब्लड शुगर घटने या बढ़ने का संकेत हो सकता है। डायबिटीज से पीड़ित अधिकतर लोग ब्लड शुगर के खतरे से अंजान होते हैं। ब्लड शुगर का लेवल अगर 72 मिग्रा/डेली से नीचे चला जाए, तो इसे लो ब्लड शुगर कहते हैं। शरीर का सामान्य ब्लड शुगर लेवल 80-110 मिग्रा/डेली के बीच होता है और 90 मिग्रा/डेली को औसत ब्लड शुगर लेवल माना जाता है। अगर आप इस बात का पता नहीं लगा पा रहे हैं कि आपका ब्लड शुगर कम हो रहा है या बढ़ रहा है तो हम आपको इससे शरीर पर होने वाले प्रभावों के बारे में बताने जा रहे हैं।
ब्लड शुगर हाई होने पर
आपको अधिक पेशाब आता है
आपके गुर्दे (kidneys) को आपके रक्त में अतिरिक्त शुगर को खपाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। जब वे ऐसा करने में नाकाम रह जाते हैं तो आपके शरीर में पानी की मात्रा बढ़ जाती है, जिसके कारण आपको अधिक पेशाब आता है।
आपको अधिक प्यास लगती है
अतिरिक्त शुगर से छुटकारा पाने के लिए आपका शरीर अपने स्वयं के ऊतकों से पानी खींचना शुरू कर देता है। क्योंकि आपके शरीर को ऊर्जा बनाने, पोषक तत्वों को एक अंग से दूसरे अंग भेजने और शरीर में जमा अपशिष्ट से छुटकारा पाने के लिए तरल पदार्थ की आवश्यकता होती है, जिसके कारण वह आपके मस्तिष्क को यह संदेश देता है कि आप को प्यास लगी है और आप अधिक पानी पीते हैं।
मुंह का सूखना
आपके शरीर में पानी की कमी होने से आपका मुंह सूख सकता है और होंठ के दोनों कोनों फट सकते हैं। कम लार और आपके रक्त में शुगर की अधिक मात्रा संक्रमण की संभावना को बढ़ा सकती है। आपके मसूड़े सूज सकते हैं और आपकी जीभ के अंदर और आपके गालों के अंदर सफेद धब्बे पड़ सकते हैं।
दृष्टि संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं
ब्लड शुगर बढ़ने पर आपका शरीर आपकी आंखों के लेंस से तरल पदार्थ खींच सकता है, जिससे ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है। इसके साथ ही हाई ब्लड शुगर आपकी आंख (रेटिना) के पिछले हिस्से में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके कारण दृष्टि हानि और यहां तक कि आप अंधे भी हो सकते हैं।
ब्लड शुगर कम होने पर
थकान
अगर आपको मधुमेह यानी की डायबिटीज है, तो ब्लड शुगर हाई होने पर इंसुलिन आपके ब्लड शुगर को कम करने का एक तरीका है। लेकिन अगर आप इसे बहुत अधिक लेते हैं, तो यह आपके शरीर से इतनी जल्दी ग्लूकोज को निकाल सकता है कि आपका शरीर इसे उतनी तेजी से बनाने में असफल रहता है। जिसके कारण आपको थकान हो सकती है। अन्य बीमारियां और दवाएं भी इस चक्र को परेशान कर सकती हैं और आपके पेट को खाली कर सकती हैं।
दिल की धड़कन में उतार-चढ़ाव
ब्लड शुगर लो होने पर वे हार्मोन, जो आपके ब्लड शुगर को बढ़ाने में मदद करते हैं, जब यह बहुत कम हो जाते हैं तो यह आपके दिल की धड़कने की गति को भी बढ़ा सकता है और ऐसा महसूस हो सकता है कि आपकी धड़कन बहुत तेज चल रही है। ग्लूकोज स्तर में गिरावट सबसे अधिक मधुमेह के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं के साइड इफेक्ट के रूप में होती है।
शरीर का कांपना
ग्लूकोज का कम स्तर आपको नियंत्रित करने वाले सेंट्रल नर्वस सिस्टम को अस्थिर कर सकता है। जब ऐसा होता है तो आपका शरीर एड्रेनालाईन जैसे हार्मोन को छोड़ता है ताकि आपके ब्लड शुगर के स्तर को वापस लाया जा सके। लेकिन यही पदार्थ आपके हाथों और अन्य हिस्सों को हिलाने या कांपने में मदद कर सकता है।