शारीरिक और मानसिक विकास अच्छी तरह से होता है
पनीर में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। बाल्यावस्था में पनीर को भोजन में अनिवार्य रूप से शामिल करने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास अच्छी तरह से होता है।
पोषक तत्वों से भरपूर
- पनीर कई ऐसे पोषक तत्वों का स्रोत है, जिनकी शरीर को अत्यधिक आवश्यकता होती है।
- पनीर शरीर में प्रोटीन की आपूर्ति करता है। इसमें विटामिन बी. कॉम्प्लेक्स भी पाया जाता है।
- विटामिन बी कॉम्प्लेक्स शरीर के मेटाबॉलिज्म को सही रखता है।
- पनीर कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, जिंक और सेलेनियम के रूप में विभिन्न खनिज तत्वों का भी एक अच्छा स्रोत है।
प्रोटीन का खजाना
पनीर में मौजूद प्रोटीन की मात्रा शाकाहारियों के लिए बहुत अच्छी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि शाकाहारियों को दैनिक प्रोटीन की आवश्यक मात्रा की आपूर्ति पनीर से हो जाती है।
मिनरल्स का स्रोत
- पनीर में पाया जाने वाला कैल्शियम और फॉस्फोरस गर्भवती महिलाओं और बच्चों के संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी लाभदायक है।
- पनीर में उपलब्ध प्रचुर मात्रा में ओमेगा -3 फैटी एसिड हड्डियों को न केवल मजबूत बनाता है बल्कि अर्थराइटिस की रोकथाम में भी सहायक है।
- पनीर मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत है। यह शरीर में विभिन्न एंजाइमों को सक्रिय करता है। इसके अलावा यह नर्वस सिस्टम और रोग प्रतिरोधक तत्व (इम्यून सिस्टम) को भी सशक्त बनाता है।
- उचित मात्रा में लेने पर पनीर रक्त में शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में भी सहायक है।
पोटैशियम
पनीर में पोटैशियम भी पाया जाता है, जो रक्त संचार (ब्लड सर्कुलेशन) को सुचारु रूप से संचालित करने में सहायक है। यह मांसपेशियों की ऐंठन से भी राहत दिलाता है। पनीर में उपलब्ध पोटैशियम का सेवन, ब्रेन स्ट्रोक के खतरे को रोकता है, क्योंकि यह ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है।