आगे चलकर हमें ढेर सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है
वर्तमान जीवनशैली और काम के दबाव के चलते प्रतिदिन एक निश्चित समय पर सोने का अवसर ही नहीं मिल पाता है। कई बार तो ऐसा होता है कि काम से फुर्सत मिलने के बाद हमें लगता है कि चलो अब फुर्सत मिली, अब थोड़ी देर आधुनिक गैजेट्स के साथ समय बिताया जाए।
चुरा सकता है चैन की नींद
वैज्ञानिकों के अनुसार आज के टेक्नो वर्ल्ड में रात के समय कई बार हम इंटरनेट का प्रयोग करने में व्यस्त हो जाते हैं तो कई बार साधारण चैटिंग में भी अपना समय व्यतीत करने लगते हैं। अगर हमें सोशल साइट्स की लत लग गई तो फिर हमारे सोने और जागने का शेड्यूल बुरी तरह से प्रभावित हो जाता है। टेक्नोलॉजी का प्रयोग हमें अपनी सुविधा के लिए करना चाहिए और इसके लिए कुछ नियम अवश्य बना लेने चाहिए। ऐसा न हो कि हम टेक्नोलॉजी के गुलाम बन जाएं, जैसा कि आजकल अधिकतर देशों में देखने को मिल रहा है।
अगर हम प्रतिदिन एक नियत समय पर सोने का प्रयास नहीं करेंगे तो आगे चलकर हमें ढेर सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
सेहत के लिए नुकसानदायक
- नींद के प्रभावित होने से हृदय संबंधी समस्याएं होने के साथ ही डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
- नींद पूरी न होने से मानसिक सेहत पर भी असर पड़ सकता है। चिड़चिड़पन लगता है।
- मोटापे का शिकार हो सकते हैं साथ ही दिनभर थकावट महसूस होती है।कम नींद लेने से स्किन भी डैमेज होकर अपनी चमक खोने लगती है और असमय झुर्रियां नज़र आने लगती हैं।
- बालों की सेहत पर भी अनियमित नींद विपरीत प्रभाव डालती है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि नींद के संदर्भ में कोई एक पैमाना लागू नहीं है। कारण, हर एक के शरीर की आवश्यकता अलग होती है। फिर भी प्रतिदिन हर एक को 6 से 7 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए।
सुकून भरी नींद के लिए
- अच्छी नींद के लिए बिस्तर पर जाने से पहले अपने को पूरी तरह रिलैक्स कर लें मतलब आपका मन बिल्कुल शांत होना चाहिए।
- इसके लिए आप चाहें तो धीमी आवाज में संगीत का आनंद ले सकते हैं या थोड़ी देर मेडिटेशन कर सकते हैं।
- सुकून भरी नींद के लिए मसाज का भी ले सकते हैं सहारा।