यह एक बारहमासी रोग बन गया है…
देश के कई हिस्सों में डेंगू का हम प्रकोप देख रहे हैं. डेंगू के बारे में एक आम गलतफहमी यह है कि ये सिर्फ मॉनसून में होता है, जबकि तथ्य यह है कि अब डेंगू का प्रकोप साल भर रहता है.
विषाणुजनित रोग है यह
यह विषाणुजनित रोग है और इसके विषाणु या वायरस अपने बचाव के लिए बार-बार बदलाव करते रहते हैं. इसी वजह से अब डेंगू किसी एक इलाके या सीजन की बात नहीं रहा. इसी साल की बात करें तो दिल्ली, कोलकाता जैसे महानगरों से लेकर उत्तराखंड, बिहार, यूपी, कर्नाटक, केरल जैसे तमाम राज्यों के कई शहरों में डेंगू का प्रकोप देखा गया.
मौत
नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के मुताबिक देश भर में डेगू के 14,233 मामले सामने आए हैं. केरल में 22 जुलाई तक 2897 मामले सामने आए, जबकि इस बीमारी से 21 लोगों की मौत हुई.कर्नाटक में करीब 1903 मामले अब तक सामने आ चुके हैं.
कैसे होता है डेंगू
डेंगू एक ऐसी बीमारी हैं जो एडीज इजिप्टी मच्छरों के काटने से होता है. इस रोग में तेज बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते बनने शुरू हो जाते हैं. डेंगू बुखार बहुत ही दर्दनाक और अक्षम कर देने वाली बीमारी है. इसमें मरीज के शरीर में दर्द बहुत ज्यादा होता है, इसलिए इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है. यह ऐसी बीमारी है जो व्यक्ति की जान भी ले सकती है.
यह बीमारियां होने लगती हैं
डेंगू की वजह से कई बार शरीर में पानी की कमी, लगातार शरीर से खून निकलना, प्लेटलेट्स घटना, रक्तचाप कम होना, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी, लीवर को क्षति पहुंचना इत्यादि प्रकार की बीमारियां होने लगती हैं.
सिर्फ एक मच्छर काटने से भी हो सकता है डेंगू
ध्यान रहे यह जरूरी नहीं कि आपको बार-बार मच्छर काटते हैं, तो ही डेंगू होता है. एक बार भी अगर इस मच्छर ने आपको काट लिया तो आपके रक्त में यह वायरस पहुंच सकता है और आपको डेंगू हो जाएगा.
कैसे बचें डेंगू से
- डेंगू की रोकथाम के लिए जरुरी है कि डेंगू के मच्छरों के काटने से अपने शरीर को बचाएंऔर इन मच्छरों के फैलने पर नियंत्रण रखा जाए.
- एडीज इजिप्टी नामक मच्छरजिसके काटने से डेंगू होता है, वह साफ रुके हुए पानी जैसे कूलर, एसी, गमले आदि में पनपता है. ऐसी जगहों पर पानी जमा न होने दें.
- डेंगू के मच्छर अक्सर कोनों में छिप जाते हैं, इसलिए घर के कोने-कोने में काला हिट का छिड़काव करें.
- डेंगू वायरस से जल्द निजात पाने के लिए इसके लक्षणों को पहचान कर सही समय पर डॉक्टर की सलाह लें.