घाव भरने की प्रक्रिया (हीलिंग) को तेज कर सकते हैं
छोटी-छोटी गलतियों के कारण हल्की-फुल्की चोट हमें आती रहती है, जिसका घाव अपने आप भर जाता है। मगर कई बार एक्सीडेंट या किसी सर्जरी के कारण जब कोई बड़ा घाव आपके शरीर में हो जाए, तो उसे प्राकृतिक तरीके से भरने में बहुत ज्यादा समय लगता है। इस दौरान आपको बहुत एहतियात बरतनी पड़ती है क्योंकि घाव में बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा बहुत ज्यादा होता है। आमतौर पर ऐसे बड़े घावों को भरने के लिए दवाओं, रेगुलर मरहम-पट्टी आदि तो डॉक्टर की मदद से आप करते ही हैं। मगर यदि आप कुछ प्राकृतिक उपाय अपनाएं, तो आप घाव भरने की प्रक्रिया (हीलिंग) को तेज कर सकते हैं।
आइए आपको बताते हैं तेजी से घाव भरने के लिए नैचुरल तरीके।
गर्म सेंक
चोट या सर्जरी के घाव को पट्टियों से अच्छी तरह ढककर रखना चाहिए, ताकि इंफेक्शन न फैले। मगर घाव को तेजी से भरने के लिए आप इसके आसपास की त्वचा पर हल्के गर्म कपड़े/हॉट वाटर बॉटल आदि से सेंक लगा सकते हैं। गर्म तापमान के कारण प्रभावित हिस्से में रक्त प्रवाह (ब्लड सर्कुलेशन) तेज हो जाता है, जिसके कारण डैमेज सेल्स जल्दी रिपेयर होती हैं।
लहसुन का प्रयोग बढ़ा दें
लहसुन को प्राकृतिक रूप से खून को पतला करने के लिए जाना जाता है। मगर लहसुन में एंटीबैक्टीयल गुण होते हैं, इसलिए ये घाव को इंफेक्शन से बचाता है और बहते खून को रोकता है। इसके अलावा लहसुन में दर्दनिवारक गुण भी होते है, इसलिए ये दर्द को भी कम करता है। अगर आपने हाल में कोई सर्जरी करवाई है, तो अपने रोजाना के खाने में लहसुन की मात्रा बढ़ा दें। लहसुन आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है, जिससे शरीर बैक्टीरियल अटैक से बचा रहता है।
हेल्दी खाना
घाव को भरने के लिए शरीर तेजी से नए सेल्स का निर्माण करे, इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट को अच्छा रखें। खानपान में कुछ खास चीजें शामिल करके आप अपने शरीर को नए सेल्स बनाने के लिए तैयार कर सकते हैं, जैसे- हरी सब्जियां, मीट, संतरा, पीली सब्जियां और डेयरी उत्पाद (दूध, पनीर, दही, योगर्ट, चीज़ आदि)। ये सभी फूड्स एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होते हैं, इसलिए शरीर के लिए भी फायदेमंद साबित होते हैं।
रोजाना पट्टी बदलें
घाव को जल्दी सुखाने और इंफेक्शन के बचाने के लिए जरूरी है कि आप अपने घाव की ड्रेसिंग रोजाना कराएं यानी पट्टी रोजाना बदलें। इस दौरान साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। बेहतर होगा कि किसी प्रशिक्षित हाथों के द्वारा ही आप घाव की मरहम-पट्टी करवाएं।
कैमोमाइल की चाय पिएं
कैमोमाइल टी पीने से नर्व्स रिलैक्स होती हैं, इसलिए ये स्ट्रेस दूर करने के लिए जानी जाती है। मगर यदि आपको घाव या चोट है, तो भी कैमोमाइल की चाय आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। इसका कारण यह है कि इस चाय को पीने से इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा कैमोमाइल को दर्द, सूजन और बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए भी जाना जाता है। चाय पीने के साथ-साथ आप चाहें तो इस्तेमाल किए हुए कैमोमाइल टी बैग को अपने घाव पर रखकर इसकी सिंकाई कर सकते हैं।