हेल्पलाइन नंबर की क्षमता भी बढ़ाई गई है।
#COVID19: 21 दिनों की लाॅकडाउन lockdown के दौरान रेल, हवाई व सड़क परिवहन सेवा पूरी तरह ठप है। इस दौरान लोगों की बेचैनी यह जानने को लेकर है कि railways का परिचालन देश में कब शुरू होगा।
यात्रियों के प्रश्नों railway enquiry का उत्तर देने के लिए रेलवे भी सतर्क है, ताकि किसी भी तरह की अफवाह न फैले। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर की क्षमता भी बढ़ाई गई है।
रेलवे हेल्पलाइन नंबर
लॉकडाउन के दौरान रेल यात्रियों को किसी तरह की रेलवे इन्कारी जानकारी हासिल करने में परेशानी न हो इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 138 व 139 की क्षमता बढ़ाई गई है। सोशल मीडिया के जरिये भी यात्रियों को सहायता पहुंचाई जा रही है।
24 घंटे मिल रही जानकारी
- हेल्पलाइन नंबर पर यात्रियों को 24 घंटे रेल संबंधी विशेषकर रिफंड को लेकर जानकारी दी जा रही है।
- ट्विटर व ईमेल से भी जानकारी दी जा रही है।
- निदेशक स्तर के अधिकारी सोशल मीडिया और ईमेल पर लोगों द्वारा प्राप्त प्रतिक्रियाओं और उनके सुझावों पर नजर रख रहे हैं।
- लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामान को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने में किसी तरह की समस्या न हो इसका भी ध्यान रखा जा रहा है।
स्थानीय भाषा में कर रहे हैं समाधान
- रेल की हेल्पलाइन नंबर 139 पर लॉकडाउन के पहले दो सप्ताह में 1 लाख 40 हजार से अधिक यात्रियों के सवाल के जवाब दिए गए।
- ज्यादातर यात्री railway booking सेवाएं शुरु होने को लेकर और टिकट वापसी के नियमों के बारे में सवाल पूछ रहे हैं।
- फोन आने पर कर्मचारी व्यक्तिगत तौर पर उनके भाषा में समस्या का समाधान कर रहे हैं।
- हेल्पलाइन 138 पर प्राप्त कॉल जियो-नेटवर्क के साथ टैग की गई है।
- यदि कोई कॉल इस नंबर पर निकटतम रेलवे डिविज़नल कंट्रोल ऑफ़िस पर आती है तो वहां तैनात रेल कर्मी, जो कि स्थानीय भाषा से अच्छी तरह से वाकिफ हैं सवाल का जवाब उसी भाषा में देते हैं।