लक्ष्यों के आवंटन के अनुसार कार्यों की निगरानी की जाए
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सरकारी आवास पर तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि पर्यावरण, प्राकृतिक संतुलन एवं जल संरक्षण के लिए पौधारोपण बहुत जरूरी है।
पौधारोपण के लिए ग्राम पंचायतों, शहरी क्षेत्रों को चिह्नित करने के साथ ही रोपण क्षमता, वृक्षों की प्रजातियां, स्थलों और लाभार्थियों की सूची तैयार कर ली जाए। लक्ष्यों के आवंटन के अनुसार कार्यों की निगरानी की जाए। साथ ही, जियो टैगिंग भी की जाए।
जुलाई के पहले सप्ताह में वन महोत्सव के दौरान पूरे प्रदेश में किसी एक दिन 25 करोड़ पौधारोपण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि लक्ष्य को सफल बनाने के लिए समयबद्ध ढंग से तैयारी की जाए। कोरोना संक्रमण को देखते हुए कार्य योजना बनाकर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पौधारोपण किया जाए। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों को कम से कम पांच पौधे वितरित किए जाएं। पौधारोपण के लिए गड्ढा खोदाई का कार्य प्रवासी कामगारों व श्रमिकों से कराया जाए।
सौ साल से पुराने पेड़ किए जाएं संरक्षित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में 100 वर्षों से अधिक आयु के वृक्षों को चिह्नित कर उन्हें हेरिटेज ट्री के रूप में संरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। इन वृक्षों के बारे में आम जनता को बताकर उन्हें जागरूक किया जाए।