सावधानियां बरते हुए आर्थिक गतिविधियां शुरू करनी होंगी
पीएम मोदी pm modi ने मंगलवार रात आठ बजे राष्ट्र के संबोधन में कहा, ‘वैज्ञानिक बताते हैं कि कोरोना लंबे समय तक हमारी जिंदगी का हिस्सा बना रहेगा, लेकिन हम अपनी जिंदगी को इस हद तक ही नहीं सिमटने देंगे. हम मास्क पहनेंगे और दो गज दूरी का पालन करेंगे, लेकिन लक्ष्यों को प्रभावित नहीं होने देंगे.’ पीएम के इस कथन का मतलब साफ है कि कोरोना संक्रमण से सावधानियां बरते हुए आर्थिक गतिविधियां शुरू करनी होंगी.
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लॉकडाउन 4.0 lockdown 4.0 पहले से बिल्कुल अलग और नए नियमों वाला होगा. इसके लिए राज्यों से भी सुझाव मांगे गए हैं, जिनके आधार पर लॉकडाउन 4.0 की जानकारी 18 मई से पहले दी जाएगी.
लॉकडाउन का चौथा चरण, लॉकडाउन 4,
पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा।राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4
से जुड़ी जानकारी भी आपको
18 मई से पहले
दी जाएगी: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) May 12, 2020
ऐसे में राज्यों को लॉकडाउन के नियम तय करने होंगे, क्योंकि पीएम ने उनके मशवरे पर ही आगे बढ़ने के संकेत दिए हैं.
कैसे लॉकडाउन को लेकर आगे बढ़ेंगे
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए देश में लागू लॉकडाउन 3.0 की अवधि 17 मई को खत्म हो रही है. ऐसे में पीएम मोदी ने राष्ट्र के संबोधन में कहा कि लॉकडाउन 4.0 lockdown 4.0 नए रंग-रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा. राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, इससे जुड़ी जानकारी आपको 18 मई से पहले दी जाएगी. अब राज्यों को तय करना होगा कि कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए वो कैसे लॉकडाउन को लेकर आगे बढ़ेंगे.
आपदा भारत के लिए संदेश और एक अवसर लेकर आई
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ा आपदा भारत के लिए संदेश और एक अवसर लेकर आई है।
उन्होंने कहा कि मैं एक उदाहरण के साथ बताना चाहता हूं कि जब कोरोना संकट शुरू हुआ तो भारत में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी न ही एन95 मास्क का उत्पादन होता था। लेकिन आज स्थिति ये है कि भारत में ही हर रोज 2 लाख PPE और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं। हम ऐसा इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि आपदा को हमने अवसर में बदल दिया है।
लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव दिया था
दरअसल पीएम मोदी के साथ सोमवार को हुई मुख्यमंत्रियों की लंबी चर्चा में बिहार, पंजाब, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र ने खुलकर लॉकडाउन बढ़ाने का सुझाव दिया था. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि इसके बिना नहीं बढ़ा जा सकता है. वहीं, गुजरात, मध्य प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन को सिर्फ रेड और कंटेनमेंट जोन तक सीमित रखने की बात कही थी.
अगले चरण की नीति बनाने की कमान राज्य सरकारों के ऊपर
- देश के तमाम मुख्यमंत्री लगातार पीएम से शिकायत कर रहे थे कि अगर लंबे समय तक लॉकडाउन lockdown 4 जारी रहा तो उनकी अर्थव्यवस्थाएं दिवालिया हो जाएंगी.
- ऐसे में पीएम ने राष्ट्र के संबोधन में लॉकडाउन को लेकर जिस तरह से राज्यों के सुझाव की बात कही है.पीएम ने मुख्यमंत्रियों से 15 मई तक यह बताने को कहा है कि वे अपने राज्य में कैसा लॉकडाउन चाहते हैं.
- उन्होंने राज्यों से लॉकडाउन lockdown से निपटने के संबंध में व्यापक रणनीति बनाने को कहा है.
- लॉकडाउन lockdown 4 में क्रमिक ढील के दौरान और बाद में विभिन्न बारीकियों से निपटने के लिए एक खाका बनाना चाहिए. हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि कैसे और अधिक आर्थिक गतिविधियां चल सकती हैं.
- इसी मद्देनजर पीएम मोदी ने लॉकडाउन lockdown 4 के अगले चरण की नीति बनाने की कमान राज्य सरकारों के ऊपर डाल दी है.
राज्य सरकारों को तय करनी होंगी
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली की जनता से आगे की रणनीति के लिए सुझाव मांगे थे.
- ऐसे ही मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने जनता से लॉकडाउन पर लोगों की राय मांगी है.ऐसे में राज्य लॉकडाउन को लेकर कैसी बंदिशें होंगी और कितनी छूट मिलेगी यह सारी चीजें राज्य सरकारों को तय करनी होंगी.
- इसके बाद ही केंद्र सरकार लॉकडाउन को लेकर आगे की रणनीति पर अपनी बात रखेगी.