#BREAKING: युवक को हाथ पैर बांधकर जिंदा जला दिया
#BREAKING: फतनपुर थाना क्षेत्र के गुजैनी गांव निवासी रणविजय पटेल का बेटा अंबिका पटेल (25) हाल ही में जेल से छूटा था। उस पर गांव की एक युवती को प्रेमजाल में फंसाकर वीडियो वायरल करने का आरोप था।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में सोमवार को दबंगों ने एक युवक को हाथ पैर बांधकर जिंदा जला दिया. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने उसे जेल में भेजा था। बताया गया कि सोमवार रात कुछ लोग अंबिका के घर पहुंचे और उसे जबरन उठा ले गए। घर से कुछ दूर ले जाकर उसे एक पेड़ में बांध दिया। जमकर पीटने के बाद पेट्रोल उड़ेल कर उसे आग के हवाले कर दिया। गंभीर रूप से झुलसने के कारण अंबिका ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
तीन वाहनों में आग लगा दी
बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने 2 पुलिस जीप समेत तीन वाहनों में आग लगा दी. इस घटना में 4 पुलिसकर्मी घायल हैं. इस दौरान पुलिस के अधिकारी गांव में जाने में असमर्थ नजर आए. बाद में मौके पर आईजी और एडीजी प्रयागराज पहुंचे.
प्रेम प्रसंग का मामला
ग्रामीणों ने पुलिस की 2 जीप समेत तीन वाहनों में आग लगा दी. ग्रामीणों ने पुलिस को गांव में आने से रोक दिया और जमकर तांडव किया. गांव में ऐसी चर्चा है कि अम्बिका पटेल का पड़ोस की एक लड़की से प्रेम संबंध था. लेकिन लड़की कुछ दिनों बाद यूपी पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हो गई थी और उसकी पोस्टिंग दूसरे शहर में हो गई.
छेड़खानी का मुकदमा
इस दौरान लड़की की अम्बिका से दूरी बन गई. दोनों शादी करना चाहते थे. लेकिन परिजनों को यह बात नागवार गुजारी. उसके बाद अम्बिका ने कुछ दिनों पहले लड़की के साथ अपनी तस्वीर फेसबुक पर वायरल कर दी. इसके बाद लड़की के पिता ने छेड़खानी का मुकदमा फतनपुर कोतवाली में दर्ज करा दिया.
मामला पुलिस विभाग से जुड़ा होने के नाते पुलिस ने आनन-फानन में अम्बिका पटेल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. लेकिन कोरोना महामारी में 1 मई को वह परोल पर छूट कर घर लौट आया. उसके बाद सोमवार को ये घटना हो गई.
पुलिस ने हिरासत में लिया
फिलहाल दोनों पक्ष से दर्जनों दबंगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. मौके पर प्रयागराज जोन के आईजी और एडीजी भी पहुंचे. घटनास्थल का जायजा लिया. वहीं गांव में हत्या के बाद तनाव को देखते हुए पीएससी की 2 कंपनी को तैनात कर दिया गया है.