NOIDA : ICAN3- 21 जून 2020 को डी. एम. ई. मीडिया स्कूल द्वारा दुनिया का पहला 10 दिवसीय डिजिटल लाइव अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें दुनिया भर के शीर्ष-शिक्षाविदों और मीडिया हस्तियों ने सामुदायिक मुद्दों, एजेंडे और समाचारों पर अपनी एक राय साझा की।
ICAN3 की संयोजक डा०सुस्मिता बाला एवं आयोजन सचिव, डॉ०अंबरीश सक्सेना, ने सत्र की शुरुआत करते हुए बताया कि वैश्विक महामारी के बीच किस तरह एक डिजिटल सम्मेलन का आयोजन किया गया।
सम्मलेन का मीडिया पार्टनर दा पालिसी टाइम्स है। अमन साहनी, उपाध्यक्ष और जस्टिस भंवर सिंह, महानिदेशक, दिल्ली मेट्रोपॉलिटन एजुकेशन, नोएडा ने ICAN3 सम्मेलन पर प्रसन्नता दिखाते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
सम्मेलन का आरंभ प्रो० उज्जवल के चौधरी, प्रो-वाइस-चांसलर और डीन स्कूल ऑफ़ मीडिया कम्युनिकेशन एंड फैशन, एडमास यूनिवर्सिटी के मुख्य भाषण द्वारा हुआ, जिसने उन्होंने सम्मलेन के विषय की स्थापना की। उन्होंने मीडिया के विभिन्न पहलुओं और धारणाओं के बारे में बात की और बताया कि कैसे मीडिया सामाजिक परिवर्तन की विवेचना करता है। उन्होंने महामारी और शैक्षणिक शिक्षा के बढ़ते दायरे के बारे में भी बात की।
आई.आई.एम.सी. के महानिदेशक, सतीश नम्बूदिरीपाद ने एक प्रसिद्ध चीनी कहावत ‘may you live in interesting times’ को उद्धृत करते हुए कहा, “यह एक इच्छा और अभिशाप दोनों हो सकता है, दिलचस्प समय भी परेशानी का समय हो सकता है। चुनौतियों को स्वीकार करने की कला एक महत्वपूर्ण कला है और ICAN3 ऐसा ही एक उदाहरण है। ”
पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया (PRSI) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० अजीत पाठक ने एक कविता के माध्यम से मीडिया और सामुदायिक मुद्दों पर अपने विचारों का प्रदर्शन किया जबकि के.आर. मंगलम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० आदित्य मलिक ने कहा, “असमानता को समाज से किसी भी कीमत पर हटाना होगा ”।
अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली के रजिस्ट्रार डॉ० नितिन मलिक ने कहा, “छात्रों के लिए पत्रकारिता को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए एक उचित पाठ्यक्रम होने की आवश्यकता है”। श्री अकरम हक, संस्थापक संपादक, पॉलिसी टाइम्स, ने बताया, “समुदाय और मीडिया हमेशा से विपरीत रूप से जुड़ा हुआ है इसलिए मीडिया में समान प्रतिनिधित्व महत्वपूर्ण है।”
डॉ० विक्रांत किशोर, पाठ्यक्रम निदेशक – फ़िल्म, टेलीविज़न और एनिमेशन, स्कूल ऑफ़ कम्युनिकेशंस एंड क्रिएटिव आर्ट्स, फैकल्टी ऑफ़ आर्ट्स एंड एजुकेशन, डीकन विश्वविद्यालय, ने डिजिटल मीडिया की ताकत और बदलाव की अनिवार्यता और बदलते दुनिया के बीच अनुकूलन की आवश्यकता पर बल दिया।
डी.एम.ई. के निदेशक डॉ० रविकांत स्वामी ने कहा, “COVID चुनौती ने हमें आयोजन और आयोजन के नए तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया”।
सत्र का समापन पारुल मिश्रा, सुभाश्री घोष, और देवयानी राघव जैसे दिग्गजों के मनोहारी प्रदर्शनों के साथ हुआ। शास्त्रीय संगीत की सुंदर एवं ललित कोरियोग्राफी ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया, साथ ही डीएमई मीडिया स्कूल की छात्राओं- सौम्य सक्सेना और तनिका बजाज द्वारा प्रस्तुत भांगड़ा ने सभी के उत्साह को और दुगना कर दिया।