ड्रोन से इलाके की निगरानी की जा रही
उत्तर प्रदेश में KANPUR के चौबेपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस की टीम पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। घटना के बाद पुलिस ने गांव को चारों ओर से घेर लिया है। ड्रोन से इलाके की निगरानी की जा रही है। गांव में आरएएफ तैनात कर दी गई है।
बदमाशों के साथ एनकाउंटर में यूपी पुलिस के 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. इसके अलावा कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं. बता दें कि 2017 में योगी सरकार बनने के बाद से ही प्रदेश में एनकाउंटर की संख्या बढ़ गई. इसी दौरान कई बार ऐसी घटनाएं भी हुईं, जहां पर पुलिस पर हमला किया गया या फिर भीड़ ने पुलिस को घेर लिया.
यह भी खबरें पढें : #KANPUR : बदमाश की फायरिंग से सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद
बुलंदशहर हिंसा में हुई थी पुलिसवाले की मौत
साल 2018 में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी की खबर को लेकर हड़कंप मच गया. जिसके बाद इलाके में भारी हिंसा हुई. इस दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की गोली लगने से मौत हो गई थी. जब गोकशी की खबर सुनकर भीड़ बेकाबू हुई तो सुबोध कुमार लोगों को समझाने गए थे, लेकिन इस दौरान गोली चली और वो शहीद हो गए. बुलंदशहर हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत दो लोगों की मौत हुई थी.
We condemn the disgraceful & unpardonable conduct of Inspector Bhishmpal, Ex. S.H.O. Police Station Bhatni, Deoria. He has been arrested & also dismissed from service.
U.P. Police affirms it's zero tolerance policy to Crime against Women, Insensitivity & Corruption.@CMOfficeUP— DGP UP (@dgpup) July 2, 2020
यह भी खबरें पढें : #CRIME : चलती कार पर बदमाशों ने बरसाईं गोलियां, मौत
बुलंदशहर में ही हुआ था पुलिस पर हमला
इसके अलावा मार्च 2019 में भी पुलिस पर बुलंदशहर में हमले की खबर सामने आई थी. यहां पुलिस गैंगस्टर एक्ट में नामित दो बदमाशों को पकड़ने गई थी, लेकिन जब गांव में घुसी तो गांव वालों ने उनपर अटैक कर दिया. इस घटना में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए थे. घटना बुलंदशहर के ताजपुर गांव की थी.
यह भी खबरें पढें : #प्रियंका गांधी पर TWEET कर #परेश रावल हुए खुश, डीजल पेट्रोल पर चुप्पी
प्रतापगढ़ में मामला सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला
मई के महीने में प्रतापगढ़ दो गांव धूई और गोविंदपुर में कुछ ग्रामीणों के बीच मवेशी को लेकर विवाद हो गया था. विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों गांवों के लोग आमने-सामने आ गए. मामला बढ़ने पर स्थानीय पुलिस मसले को सुलझाने पहुंची. लेकिन इस दौरान लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, घटना में चार-पांच पुलिसकर्मियों को चोट आई थी. बाद में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
यह भी खबरें पढें : बॉलीवुड कोरियॉग्रफर #SAROJKHAN का कार्डियक अरेस्ट के चलते निधन
मथुरा का जवाहर बाग कांड
मथुरा में 2016 में जवाहर बाग कांड हुआ था, जिसमें कब्जाई हुई जमीन को छुड़ाने पहुंची पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई थी. इसमें पुलिस उपाधीक्षक मुकुल द्विवेदी की मृत्यु हुई थी. मथुरा के जवाहर बाग में रामवृक्ष यादव और उसके समर्थकों ने करीब दो साल तक कब्जा जमाए रखा, जमीन खाली करवाने पहुंची पुलिस और समर्थकों के बीच काफी हिंसा हुई थी. इसमें कुल दो पुलिसकर्मी शहीद हुए थे.
मुख्यमंत्री जी ने @dgpup को इस दुर्दांत घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने तथा तत्काल मौके की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 3, 2020
मथुरा में लॉकडाउन में पुलिस पर हमला
बीते कई महीनों से लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है और इसी बीच उत्तर प्रदेश के मथुरा में पुलिस पर हमला हुआ था. मार्च महीने में यहां पुलिस लॉकडाउन के दौरान जुआ खेल रहे कुछ लोगों को रोकने गई तो वहां मौजूद भीड़ ने पुलिस पर ही धावा बोल दिया. ग्रामीणों ने पुलिस पर लाठी-डंडों और पत्थर से हमला किया, जिसके बाद लॉकडाउन तोड़ने के आरोप में कई ग्रामीणों पर एक्शन भी लिया गया.
यह भी खबरें पढें : FACT CHECK : फर्जी पत्रकार जेल जाएंगे
#SAWAN : भगवान शिव की पूजा के दौरान ध्यान रखें ये बातें