प्रोटीन हमें कई अलग-अलग स्त्रोतों से मिलते हैं
विटामिन की तरह ही हमारे शरीर को प्रोटीन की भी आवश्यकता होती है। प्रोटीन एक माइक्रोन्यूट्रिएंट होता है, जो मांसपेशियों, हड्डियों, नाखून और बालों के विकास के लिए एक जरूरी पोषक तत्व है। प्रोटीन के स्रोत कई हैं यानी प्रोटीन हमें कई अलग-अलग स्त्रोतों से मिलते हैं। शाकाहारी स्रोतों की बात करें तो प्रोटीन हमें सबसे ज्यादा दालों से, सोयाबीन और मक्के, सोयाबीन, दूध आदि से मिलता है। मांसाहारी स्रोतों में प्रोटीन मांस, अंडे, मछली आदि से मिलते हैं।
प्रोटीन के फायदे
भोजन में प्रोटीन पर्याप्त मात्रा होने से आपके हृदय और फेफड़ों के ऊतकों की मरम्मत होती है। यह शरीर की मांसपेशियों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रोटीन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
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प्रोटीन के नुकसान
जैसे, अगर आप जरूरत से कम मात्रा में प्रोटीन ले रहे हैं तो इसका असर आपको बालों का झड़ना, नाखून का टूटना और मांसपेशियों के कमजोर होने के रूप में दिखाई दे सकते हैं।
लेकिन, यदि आप प्रोटीन ज्यादा ले रहे हैं तो इसके भी कई गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं।
ज्यादा प्रोटीन खाने के नुकसान
क्या आप जानते हैं, ज्यादा प्रोटीन खाने से क्या होता है? दरअसल किसी भी पोषक तत्व की अधिक मात्रा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। प्रोटीन के फायदे तो हैं मगर इसके नुकसान भी हैं। अगर आप प्रोटीन युक्त आहार का ज्यादा सेवन कर रहे हैं तो आपके शरीर को कई नुकसान हो सकते हैं।
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वजन का बढ़ना
हाई प्रोटीन डाइट के सेवन से वजन कम हो सकता है मगर यह अल्पकालिक होता है। दरअसल, ज्यादा प्रोटीन के सेवन से हमारा शरीर एमीनो एसिड अधिक मात्रा में उत्सर्जित करता है, जो वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। खासकर जब आप प्रोटीन फूड का सेवन बढ़ा रहे होते हैं तो आप साथ ही साथ कैलोरी भी बढ़ा रहे होते हैं।
मुंह से दुर्गंध
प्रोटीन फूड का अधिक मात्रा में सेवन मुंह के दुर्गंध का कारण बन सकता है। खासकर जब आप कार्बोहाइड्रेट का सेवन प्रतिबंधित कर रहे होते हैं। ब्रश करने या फ्लॉसिंग कर से दुर्गंध से छुटकारा नहीं मिलता है। इसके लिए आपको पानी पीने की क्वांटिटी बढ़ानी चाहिए। इसके अलावा अधिक बार ब्रश कर सकते हैं, गम चबा सकते हैं।
कब्ज
प्रोटीन युक्त आहार में फाइबर की कमी होती है। इसलिए ये कब्ज का कारण बन सकते हैं। ये शरीर के बाकी अंगों को फायदा तो पहुंचाते हैं मगर फाइबर न होने के कारण यह कब्ज की समस्या उत्पन्न कर सकते हैं। डाइट में फाइबर की गैर-मौजूदगी कांस्टीपेशन का कारण बनता है। इसे दूर करने के लिए फाइबर युक्त आहार और पानी का अधिक सेवन कर सकते हैं।
गुर्दे खराब होना
प्रोटीन फूड का ज्यादा सेवन गुर्दे की खराबी का कारण बन सकता है। यह प्रोटीन बनाने वाले अमीनो एसिड में पाए जाने वाले अतिरिक्त नाइट्रोजन की वजह से है। प्रोटीन मेटाबॉलिज्म के अतिरिक्त नाइट्रोजन और अपशिष्ट उत्पादों से छुटकारा पाने के लिए क्षतिग्रस्त गुर्दे को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। 2012 के अध्ययन में ये दर्शाया गया है कि उच्च प्रोटीन फूड किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है।
दस्त
बहुत अधिक डेयरी प्रोडक्ट, फाइबर की कमी के कारण, दस्त का कारण बन सकता है। यदि आप डेरी प्रोडक्ट या तले हुए मांस, मछली और मुर्गी जैसे प्रोटीन स्रोतों का उपभोग करते हैं तो यह दस्त का कारण बन सकते हैं। डायरिया से बचने के लिए खूब पानी पिएं, कैफीन युक्त पेय पदार्थों से बचें, तले हुए खाद्य पदार्थों और अतिरिक्त वसा वाले भोजन को सीमित करें और अपने फाइबर का सेवन बढ़ाएं।
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