कोरोना को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं. अस्पतालों के बाहर इलाज के लिए भटक रहे मरीजों के अलावा बड़ी संख्या में कोरोना के ऐसे भी शिकार हैं जो घरों में बंद हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसे ही कोरोना (corona) के हल्के और बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं.
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साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) ने खास हिदायत दी है कि घर पर रहने वाले कोरोना संक्रमितों का ऑक्सीजन लेवल 94 से ऊपर रहना चाहिए.
होम आइसोलेशन में क्या करें?
नई गाइडलाइन के मुताबिक, मरीजों को बुखार, खांसी और नाक बहने जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह पर इलाज शुरू कर देना चाहिए। मरीजों को गर्म पानी से गरारा करना चाहिए और साथ ही दिन में दो बार भाप लेने की भी सलाह दी गई है।
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नई गाइडलाइन (New Guidelines) के मुताबिक, मरीजों को लगातार अपने डॉक्टर से संपर्क में रहना चाहिए और किसी भी गंभीर परिस्थिति में तुरंत डॉक्टर को इसकी सूचना देनी चाहिए। अगर कोरोना मरीज पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो डॉक्टर से सलाह के बाद उस बीमारी की दवा जारी रख सकते हैं।
बुखार होने पर क्या करें?
गाइडलाइन (Guidelines) में बताया गया है कि बुखार होने पर डॉक्टर की सलाह पर पैरासिटामोल लेना चाहिए, लेकिन अगर दिन में चार बार पैरासिटामोल (650 एमजी) लेने के बाद भी बुखार कम नहीं हो रहा है, तो मरीज को तत्काल अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ऐसी स्थिति में डॉक्टर नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेट्री ड्रग (NSAID), जैसे कि नेप्रोक्सेन (250 एमजी, दिन में दो बार) लेने की सलाह दे सकते हैं।
और कौन सी दवाएं ले सकते हैं?
गाइडलाइन (Guidelines) के मुताबिक, डॉक्टर कोरोना मरीज को तीन से पांच दिनों के लिए आइवरमेक्टिन टैबलेट (200 mcg/kg, रोजाना एक बार खाली पेट) लेने की भी सलाह दे सकते हैं। अगर मरीज को बुखार और/या खांसी जैसे लक्षण पांच दिन के बाद भी बने रहते हैं, तो इन्हेलेशनल बुडेसोनाइड दिया जा सकता है। 800 एमसीजी की ये दवा 5 से 7 दिनों के लिए दिन में दो बार इनहेलर के माध्यम से मरीज को दी जा सकती है।
क्या घर पर मरीज रेमडेसिविर दवा ले सकते हैं?
गाइडलाइन के मुताबिक, कोरोना मरीजों को घर पर रेमडेसिविर दवा नहीं लेनी चाहिए। यह सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर या अस्पताल में ली जानी चाहिए। अगर मरीजों को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो या ऑक्सीजन लेवल कम होने लगे तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें और अस्पताल में भर्ती हो जाएं।
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कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन कब खत्म करना चाहिए?
गाइडलाइन (Guidelines) के मुताबिक, जिस दिन मरीज को पहली बार कोरोना (corona) के लक्षण नजर आए, उसके 10 दिन बार वे स्वस्थ हो जाएंगे, इस दौरान यह भी ध्यान रखें कि पिछले तीन दिनों से बुखार नहीं आ रहा हो। इसका मतलब यह है कि अगर मरीज को लक्षण दिखने के सातवें दिन से 10वें दिन के बीच लक्षण नजर नहीं आए, तो समझ जाएं कि वे कोरोना से ठीक हो चुके हैं। इसके बाद कोरोना टेस्ट फिर से कराने की जरूरत नहीं है। हालांकि इसके बावजूद इस बात का ध्यान रखें कि अगले सात दिनों तक खुद को सबसे अलग ही रखें, किसी से मिले-जुलें नहीं।
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