कौस्तुभ मिश्रा
कानपुर: विश्वविद्यालय परिसर में आज छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और योगी सरकार (Yogi Sarkar) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। तमाम कालेजों के छात्र विश्वविद्यालय गेट पर एकत्रित हुए जहां पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों को अंदर प्रवेश नहीं करने दिया। गुस्साए छात्रों ने गेट पर ही बैठ कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके बाद जिम्मेदार अधिकारी बाहर आए और 5 लोगों को अंदर बुला कर उनकी समस्याएं सुनी।
#UTTARPRADESH : योगी सरकार ने जारी की नई ट्रांसफर नीति, जानिए नियम UPTET की वैधता आजीवन करने के प्रस्ताव को #CMYOGI ने दी मंजूरी #HIGHCOURT : भ्रष्टाचार, दुष्कर्म के आरोपी सरकारी कर्मचारी पर मुकदमा चलाने की अनुमति जरूरी नहीं हनुमान जी ने क्यों लिया था पंचमुखी अवतार? जानें वजह और… #KANPUR : महामहिम के दौरे को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट, सेंट्रल स्टेशन की परखी सुरक्षा व्यवस्था #KANPUR : आपत्तिजनक पोस्टर दिखाने पर BJP पार्षद सदन से निष्कासित
अन्य परीक्षाओं की तरह प्रोन्नत करने की रखी मांग
छात्रों की मांग है कि वह बीबीए, बीसीए, और एलएलबी के छात्र हैं। उनकी शेष बची परीक्षा कोरोना काल में ऑफलाइन होना उनके स्वास्थ्य के प्रति चिंताजनक है। अगर कोई परीक्षार्थी कोरोना से ग्रसित हुआ तो अन्य छात्रों की स्वास्थ्य की जिम्मेदारी कौन लेगा। ऑफलाइन परीक्षा से छात्रों को खतरा है। छात्रों ने मांग रखी कि जब ऑनलाइन पढ़ाई हो सकती है तो ऑनलाइन परीक्षा (online exam) क्यों नहीं कराई जा सकती है। अन्य परीक्षाओं में छात्र प्रोन्नत हुए हैं तो उन्हें भी प्रोन्नत किया जाए।
छात्रों की मांग है कि अगर ऑफलाइन परीक्षा कराई जाती है तो परीक्षा परिसर में स्वास्थ संबंधी सुविधाएं हो। परीक्षा देने आए छात्रों की कोविड रिपोर्ट लेने के बाद ही परीक्षा संपन्न कराई जाए जिससे अन्य छात्र सुरक्षित रहें।
#KANPUR : मर कर भी दो लोगों को रोशनी दे गए विनोद कुमार #KANPUR : मास्क न लगाने पर अब तक का सबसे बड़ा चालान #KANPUR : शादी के एक हफ्ते बाद पेड़ से लटका मिला युवक का शव सोमवार को क्यों होती है शिव जी की पूजा? जानें…
विश्वविद्यालय वीसी विनय कुमार पाठक से मिलने के बाद छात्रों ने बताया कि वीसी ने उनके सामने दो विकल्प रखे हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर किसी छात्र को परीक्षा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं तो उन्हें कंपनसेशन दिया जाएगा और यदि कोई छात्र परीक्षा देने को तैयार नहीं है तो वह लिखित में दें, उनकी परीक्षाएं बाद में की जाएंगी।
वहीं छात्रों का कहना है कि हजारों कॉलेजों में पढ़ रहे लाखों छात्र है, इनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अगर ऑफलाइन परीक्षाएं जिसमें लाखों छात्र परीक्षा देने आएंगे तो कोरोना फिर से अपने पैर पसार सकता है।
डीएम के खिलाफ FIR दर्ज, पत्नी ने लगाया उत्पीड़न का आरो लखनऊ से दो मौलाना गिरफ्तार, एक हजार गरीब हिंदुओं का कराया धर्म परिवर्तन फर्जी पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा ! UTTARPRADESH : अब वीकेंड लॉकडाउन में भी खुलेंगे यह स्थान उरई से कानपुर आ रही रोडवेज बस डिवाइडर से टकराकर बेकाबू होकर पलटी, कई घायल