RAHUL PANDEY
CHANDIGARH
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Haryana Chief Minister Manohar Lal) की सुरक्षा की चिंता ने अफसरों की नींद उड़ा दी है। राज्य के मुख्य सचिव (Chief Secretary) विजय वर्धन की ओर से मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई गई है। गृह सचिव, पुलिस और सीआईडी सहित सात अधिकारियों को पत्र की प्रति भेजी गई है, जिसमें कहा गया है कि राष्ट्र विरोधी तत्वों से मुख्यमंत्री को खतरा है।
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चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती
मुख्य सचिव ने पत्र में अफसरों को सचेत किया है कि वर्तमान में जो माहौल बना है उसके कारण और किसान आंदोलन के बीच हो रही घटनाआ के मद्देनजर मुख्यमंत्री (manohar lal khattar) की सुरक्षा पूरी मुस्तैदी के साथ की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री का काफिला पूरी तरह से सुरक्षित होना चाहिए। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती होनी चाहिए। मुख्यमंत्री निवास, उनके कार्यालय पर उनके रूट पर पूरी सावधानी के साथ सुरक्षा की जानी चाहिए। यहां तक की आए दिन सीएम निवास पर पंडाल लगता है, जिसमें किसी न किसी कार्यक्रम में 100 से 150 लोग जुटते हैं। इस तरह के आयोजनों के लिए भी स्थान तय होना चाहिए।
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वरिष्ठ अधिकारियों की नींद उड़ी
मुख्य सचिव ने तीन पेज की चिट्ठी में यह भी लिखा है कि सीएम हाउस में जो गतिविधियां या कार्यक्रम होते हैं। मुख्यमंत्री निवास पर ओएसडी और अन्य कार्यरत स्टाफ से भारी संख्या में लोग मिलने आते हैं। उन्हें रोका जाना चाहिए। यदि इन लोगों को आगंतुकों से मिलना हो तो उसके लिए सचिवालय बेहतर स्थान है। यह भी कहा है कि कुछ अधिकारी और ओएसडी सरकारी गाड़ियां खुद चला कर लाते हैं, जबकि उन्हें सरकार की ओर से ड्राइवर मिला हुआ है। लिहाजा गाडियों की चेकिंग की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। मुख्य सचिव की चिट्ठी के बाद से वरिष्ठ अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है, क्योंकि सीआईडी की तरफ से सीएम की सुरक्षा का रिव्यू समय समय पर किया जाता है।
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यह एहतियात बरतने के निर्देश
पत्र को काफी बारीकी से चीजों का अध्ययन करने के बाद लिखा गया है। इसमें यह कहा गया है कि सीएम की सुरक्षा में बम निरोधक दस्ता, अंडर व्हीकल सर्विलांस सिस्टम और बूम बैरियर, नेल बैरियर जैसे उपकरणों का प्रयोग किया जाना चाहिए।
सीएम हाउस पर एक ऊंचा टावर हो
पत्र में बुलेटप्रूफ गाड़ियों और संतरी के साथ सुरक्षा का हवाला देते हुए कहा गया है कि सीएम हाउस पर एक ऊंचा टावर होना चाहिए। जहां से तैनात जवान 360 डिग्री पर चारों तरफ देख सके। यहां तक कि सीएम के रूट की जानकारी पहले से मीडिया को भी नहीं होनी चाहिए।
सुरक्षा एक अहम मुद्दा
यहां आने वाले खाद्य पदार्थों की भी जांच होनी चाहिए। पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के कर्मचारी आए दिन मुख्यमंत्री निवास आते रहते हैं। इनकी पूरी चेकिंग होनी चाहिए। सीएम हाउस आम आदमी की गतिविधि का केंद्र नहीं है। इसकी सुरक्षा एक अहम मुद्दा है।