RAHUL PANDEY
How to Trust the Lockers of This Kanpur Bank: कानपुर (Kanpur) कराचीखाना की सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India) ब्रांच में मंगलवार को चार और लॉकरों से जेवरात गायब मिले। पहले तीन लॉकरों से जेवरात गायब होने की बात सामने आ चुकी है। सबसे पहला मामला 14 मार्च को सामने आया था। इसमें मंजू भट्टाचार्य ने 30 लाख के जेवर गायब होने की शिकायत की थी। इसके बाद दूसरा मामला 28 मार्च का था, जिसमें सीमा गुप्ता के 20 लाख के जेवर गायब मिले थे। (How to Trust the Lockers of This Kanpur Bank)
सात लॉकरों से करीब 2.50 करोड़ रुपए के जेवरात का गबन (How to Trust the Lockers of This Kanpur Bank)
अब तक सात लॉकरों से करीब 2.50 करोड़ रुपए के जेवरात का गबन करने का मामला सामने आ चुका है। बैंक के सभी लॉकर वाले ग्राहक अब दहशत में हैं। 586 लॉकरों की जांच होगी। एक-एक करके सभी अपने लॉकरों को खोलकर जांच कर रहे हैं। सुबह से शाम तक बैंक में जमकर हंगामा हुआ। मामले में एसआईटी ने दो बैंककर्मियों को उठाया है।
लॉकर से चोरी के बाद खराब कर दिया ताला (How to Trust the Lockers of This Kanpur Bank)
बैंक के लॉकर से जेवरात गायब होने की जानकारी मिलते ही मंगलवार सुबह से ही सैकड़ों लॉकर-धारक अपने लॉकर चेक करने बैंक पहुंच गए। जनरलगंज निवासी किराना कारोबारी पंकज गुप्ता के लॉकर का ताला नहीं खुल रहा था। बैंक प्रबंधन ने लॉकर निर्माता कंपनी से संपर्क करके शाम 4:30 बजे पंकज गुप्ता का लॉकर पुलिस और बैंक अफसरों की मौजूदगी में तोड़ा, तो वह खाली मिला।
लॉकर भी उनकी चाबियों से नहीं खुले (How to Trust the Lockers of This Kanpur Bank)
पंकज के मुताबिक, उनके लॉकर में करीब 25 लाख रुपए के जेवर थे। इसके बाद शांतिनगर निवासी विजय महेश्वरी और उनके बेटे वैभव महेश्वरी बैंक पहुंचे। विजय की दिल्ली हैंडलूम और डैकोरा के नाम से कपड़ों के दो बड़े शोरूम हैं। विजय के लॉकर में पूरा माल सुरक्षित मिला, लेकिन बेटे वैभव का लाकर खुला, तो 25 लाख रुपए कीमत के जेवर गायब थे। ओमपुरवा लाल बंगला निवासी मीना यादव और सिविल लाइन निवासी निर्मला तहलियानी के लॉकर भी उनकी चाबियों से नहीं खुले।
ROM PETROL TO CYLINDER AND CNG BECAME EXPENSIVE: रेस्टोरेंट से लेकर टिफिन के खाने पर पड़ा असर
सोने के जेवर गायब थे (How to Trust the Lockers of This Kanpur Bank)
इसके बाद लॉकर तोड़ने का फैसला किया गया। रात करीब आठ बजे दोनों लॉकर तोड़कर देखे गए, तो उनमें चांदी के जेवरात तो थे, लेकिन सोने के जेवर गायब थे। मीना यादव के बैंक लॉकर में 80 लाख से एक करोड़ रुपए तक के तीन पीढ़ियों के जेवरात रखे हुए थे। इसी तरह वृद्धा निर्मला के लाकर में भी करीब 35 लाख रुपए के जेवर रखे हुए थे। अब तक करीब 2.50 करोड़ रुपए के जेवरात सात लॉकर से गायब करने का मामला सामने आ चुका है।
22 YOUTUBE CHANNELS BANNED IN INDIA : भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में फैला रहे थे झूठी बातें
दो बैंककर्मियों को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया (How to Trust the Lockers of This Kanpur Bank)
डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि एक-एक करके सभी बैंक लॉकरों की जांच की जा रही है। अधिकांश लॉकर में चोरी के बाद उसे खराब कर दिया गया है। इसके चलते लॉकरों को तोड़कर एक-एक की जांच की जा रही है, जिससे जांच में समय लग रहा है। सभी की जांच पूरी होने के बाद सभी की एफआईआर दर्ज करके मामले की जांच की जाएगी। बैंक परिसर के भीतर पुलिस की पिकेट तैनात कर दी गई है। रिजर्व बैंक की गाइडलाइन के हिसाब से अलग-अलग मुकदमा दर्ज कर इनकी एक साथ जांच की जाएगी। बैंककर्मियों ने लॉकर से जेवरात का गबन किया है।
ON WHICH DAY TO WORSHIP GIRL IN CHAITRA NAVRATRI: जानिए मुहूर्त और पूजा विधि
डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार ने बताया कि (How to Trust the Lockers of This Kanpur Bank)
एक-दो नहीं बैंक के कई लॉकरों से जेवरात चोरी होने की आशंका जताई जा रही है। अधिकांश लॉकर चोरी के बाद खराब कर दिए गए हैं। एक्सपर्ट की मदद से एक-एक लॉकर को तोड़कर जांच की जा रही है। जो भी लॉकर चाभी से नहीं खुल रहे हैं, वे जांच में खाली मिल रहे हैं। अभी 586 लॉकर खोले जाने हैं। ऐसे में आशंका है कि सैकड़ों लॉकरों से जेवरात चोरी हुए होंगे।
VIGILANCE RAID ON DM CLOSE FRIENDS : औरैया के निलंबित डीएम के करीबियों पर विजिलेंस की छापामारी
KANPUR CITY THIRD EYE CLOSED: आखिर कैसे हो पाएगी सुरक्षा?
इन लोगों के लॉकरों से जेवरात हुए पार (How to Trust the Lockers of This Kanpur Bank)
मंजू भट्टाचार्य – 30 लाख रुपए
सीता गुप्ता – 20 लाख रुपए
शकुंतला देवी – 30 लाख रुपए
पंकज गुप्ता – 25 लाख रुपए
मीना यादव – 80 लाख से एक करोड़ रुपए
निर्मला तहल्यानी – 35 लाख रुपए
वैभव महेश्वरी – 20 लाख रुपए
AC SIDE EFFECTS: अगर आप भी रोजाना कर रहे हैं AC का इस्तेमाल, तो जान लें ये