RAHUL PANDEY
KANPUR VIOLENCE : बीते रोज कानपुर में हुए उपद्रव की तपिश बढती जा रही है। पूरे मामले की जांच कर रही एसआईटी के हाथ कई जानकारियां लगी हैं। एक न्यूज पेपर के मुताबिक नई सडक पर हुआ उपद्रव पहले से तय था। इसकी जानकारी पुलिस के आलाधिकारी समेत एक एसओ को भी थी। आरोपियों के मोबाइल फोन की सीडीआर (काल डिटेल रिपोर्ट) से एसआईटी को जानकारी हुई कि उपद्रव की शुरुआत होने तक हयात जफर हाशमी एसीपी अनवरगंज अकमल खां के संपर्क में था। बावजूद इसके मामले में अब तक कोई कार्रवाई न होना भी चौंकाने वाला है। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनन्द प्रकाश तिवारी ने बताया कि एसआइटी जांच कर रही है। पुलिस की कार्यप्रणाली भी जांच के दायरे में है। रिपोर्ट मिलने पर जल्द ही कार्रवाई होगी। (KANPUR VIOLENCE )
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शहर में हिंसा हो सकती है (KANPUR VIOLENCE )
न्यूज पेपर के मुताबिक नूपुर शर्मा ने विवादास्पद बयान 26 मई को दिया और 27 मई को एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी ने थाने जाकर एक शिकायती पत्र दिया, जिसमें कहा गया कि नूपुर शर्मा ने गलत बयानबाजी की है और इसके खिलाफ वह लोग तीन जून को बाजार बंद और पांच जून को जेल भरो आंदोलन करने जा रहे हैं। उसके बाद संगठन के पदाधिकारियों ने बाकायदा प्रेस कान्फ्रेंस की और दावा किया कि मुस्लिम बहुल इलाकों में अभूतपूर्व बाजार बंदी के प्रयास हो रहे हैं। बाजार बंदी की तैयारी के बीच स्थानीय खुफिया इकाई ने पुलिस अधिकारियों और थाना पुलिस को रिपोर्ट भेजकर आशंका जताई थी कि बाजार बंदी के बहाने शहर में हिंसा हो सकती है।
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किसी को भी सूचित नहीं किया (KANPUR VIOLENCE )
बावजूद इसके, बेकनगंज पुलिस ने उसे संज्ञान में नहीं लिया गया। थाने की जीडी पर इस मामले में कोई सूचना अंकित नहीं है। बेकनगंज थाना प्रभारी नवाब अहमद ने एसीपी को छोड़कर प्रकरण से किसी को भी सूचित नहीं किया और न किसी प्रकार का पत्राचार किया। बाजार बंदी की संभावनाओं को देखते हुए अतिरिक्त फोर्स की मांग भी नहीं की। एसीपी अनवरगंज की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में है क्योंकि उन्हें भी बाजार बंदी के बारे में जानकारी थी, लेकिन उनके द्वारा भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।