ARTI PANDEY
केंद्र सरकार ने जब अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme) की घोषणा की, उसके बाद से ही इसका विरोध कई प्रदेशों में किया गया था। कई प्रदेशों में रेलवे की सम्पत्ति जलाई गई तो कई जगह तोडफोड तक हुई। इसका फायदा कुछ अराजकतत्व उठा रहे हैं और लगातार सोशल मीडिया (SOCIAL MEDIA) में गलत प्रचार कर लोगों को उत्तेजित कर रहे हैं। एक दावा किया जा रहा है कि भारत के इतिहास में पहली बार सेना भर्ती में जाति पूछी जा रही है। यह कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर किया जा रहा है। इसकी सच्चाई जानने की JAIHINDTIMES की टीम ने कोशिश की। (FACT CHECK)
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जब इस दावे की सच्चाई पता की गई तो दावा फर्जी निकला। यह दावा फ़र्ज़ी है। सेना भर्ती के लिए जाति प्रमाण पत्र दिखाने का प्रावधान पहले से ही है। इसमें विशेष रूप से #AgnipathScheme के लिए कोई बदलाव नहीं किया गया है। (FACT CHECK)
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