ARTI PANDEY
KANPUR
जिले को सूखा घोषित (Declared Drought) नहीं किया जाएगा। सूखे के आंकलन में लगी टीम ने एडीएम वित्त एवं राजस्व (ADM Finance and Revenue) को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में फसलों के मानक स्तर पर खराब न होने का जिक्र किया गया है। अब यह रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इस दफा बारिश के सामान्य होने के बाद शासन ने सभी जिलों से सूखे को लेकर सर्वे रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद गठित प्रशासनिक टीम ने इसका सर्वे कराया था। सर्वे में यह देखा जाता है कि फसलों का नुकसान 33 प्रतिशत से अधिक है या कम। इसके आधार पर ही सूखा घोषित कर मुआवजा किसानों को दिया जाता है।
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एडीएम वित्त की अध्यक्षता में टीम गठित
दरअसल इस दफा बारिश के कम होने से फसलें प्रभावित हुई थी। इसके चलते शासन ने सभी डीएम (DM) को क्षेत्र का सर्वे कर इसकी रिपोर्ट मांगी है। एडीएम वित्त (ADM Finance) की अध्यक्षता में एक टीम गठित की गई। इसमें राजस्व की टीम, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी शामिल हैं। यह टीम सभी गांवों का सर्वे कर सत्यापन किया कि किसे कितना नुकसान हुआ है।
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कम बारिश से फसलों को नुकसान
जून, जुलाई और अगस्त के महीने में होने वाली बारिश ही फसलों के लिए संजीवनी होती है। इस सीजन में धान की रोपाई समेत मक्का, ज्वार, अरहर, बाजरा समेत कई फसलें बोई जाती हैं। इनमें पानी की जरूरत अधिक मात्रा में होती है। बारिश कम होने से यह फसले प्रभावित होती हैं।
इस दफा बारिश कम हुई है। इस कारण से फसलों को नुकसान हुआ है। तेज धूप के चलते फसलें मुरझा गई हैं। सूखा नहीं घोषित होने पर परेशानी हो जाएगी। प्रदीप, ककवन
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फसलों का सर्वे किया जा रहा है। प्रशासन की टीमों ने क्या रिपोर्ट भेजी पता नहीं। फसलों का तो नुकसान हुआ है। जब सरकार जो चाहे करे।
नीरज, घाटमपुर
सूखे की श्रेणी में हमारा जिला नहीं आता है। 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान पर मुआवजा दिया जाता है। दो दिनों से हो रही बारिश से भी फसलों को फायदा हुआ है। सूखे की स्थिति नहीं है।
राजेश कुमार, एडीएम वित्त एवं राजस्व्
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