ANURAG DWIVEDI
लखनऊ (LUCKNOW) के होटल लेवाना में हुए अग्निकांड के बाद भी शहर में 150 से अधिक होटल बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं। प्रशासनिक अफसर (Administrative officer) और पर्यटन विभाग (Tourism Department) के अफसर जांच का ठीकरा एक दूसरे पर फोड रहे हैं। पर्यटन विभाग (Tourism Department) के अफसर का कहना है कि मेरा काम केवल सराए एक्ट में रजिस्ट्रेशन तक ही सीमित है। बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे इन होटलों पर कार्रवाई कमिश्नरेट करे या प्रशासन। वहीं प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि शहर में अब कमिश्नरेट (Commissionerate) लागू हो गया है, प्रशासन का कार्यक्षेत्र बदल गया है। इन सबका फायदा उठाकर करीब 150 से अधिक होटल बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं। सराए एक्ट (sarais act) के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए चल रहे इन होटलों के पास किसी भी विभाग की एनओसी नहीं है। सभी नियमों को ताक पर रखकर केवल सेंटिंग से यह होटल चलाया जा रह है। इस समय शहर में 233 होटलों का ही रजिस्ट्रेशन हैं। इनमें होटल, धर्मशाला, लाज व बैंक्वट शामिल है।
400 से अधिक होटल
जानकारी के अनुसार शहर भर में करीब चार सौ से अधिक होटल संचालित किए जा रहे हैं। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सराय एक्ट 1867 (sarais act 1867) की धारा तीन के तहत होटल, धर्मशाला, लाज या फिर बैंक्वट का रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी होता है। शहर के अलग-अलग एरिया में 1993 से लेकर अबतक 233 होटलों का रजिस्ट्रेशन किया गया है। रजिस्ट्रेशन पर्यटन विभाग में कराया जाता है। इसमें केडीए, जल संस्थान, फायर ब्रिगेड से एनओसी लेनी होती है। इसके बाद ही होटलों को संचालित किया जा सकता है। लेकिन जानकारी के अनुसार करीब दो सौ से अधिक ऐसे होटल हैं, जिसके पास रजिस्ट्रेशन नहीं है। लेवाना होटल कांड के बाद अग्निशमन विभाग ने कई होटलों की जांच की, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
इन क्षेत्रों में सबसे अधिक होटल
सबसे ज्यादा होटल होटल घंटाघर व सुतरखाना में चल रहे हैं। इसके अलावा मैनावती मार्ग, कैंट, सिविल लाइंस, किदवई नगर, फूलबाग, गुमटी, आर्य नगर, रावतपुर, कल्याण पुर, बर्रा, गोविंद नगर, नई सडक़, परेड, बिरहाना रोड समेत अन्य कई इलाकों में होटल संचालित हो रहा है.
ऐसे होगा रजिस्ट्रेशन
चरित्र प्रमाण प्रमाण पत्र
रजिस्ट्री की नकल या फिर किराए की डीड
शपथ पत्र की कॉपी
कर्मचारियों की लिस्ट
विद्युत सुरक्षा प्रमाण पत्र
सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था
आईडी प्रूफ पैन कार्ड जरूरी
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से एनओसी
नगर निगम से स्वच्छता प्रमाण पत्र
केडीए से अप्रूव हुआ इमारत का मैप
फायर ब्रिगेड से एनओसी अप्रूव
ट्रैफिक पुलिस की मंजूरी से पार्किंग की व्यवस्था
फूड लाइसेंस
कोट
शहर में कितने होटल चल रहे हैं इसकी जानकारी पर्यटन विभाग से मांगी गई है। होटलों की जांच के लिए टीम बनाई जाएगी। इसके बाद इनपर कार्रवाई की जाएगी। अतुल कुमार, एडीएम सिटी
शहर में 233 होटल का रजिस्ट्रेशन किया गया है। रजिस्ट्रेशन कराने के लिए सभी मानकों को पूरा करना होता है। बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे होटलों पर कार्रवाई की जाएगी। अर्जिता अहूजा, पर्यटन अधिकारी, कानपुर नगर