Shubhangi Dwivedi
KANPUR
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज (GSVM) में इनफ्लुएंजा एच1 एन1 वायरस फैलने की जांच कर रही केन्द्रीय टीम ने सुअरों को जल्द दफनाने को लेकर नाराजगी जताई है। केन्द्रीय टीम ने मेडिकल कॉलेज में सुअरों की धमा चौकड़ी व मृत सुअरों को कॉलेज परिसर में ही दफनाने पर कड़ी आपत्ति जताई है।
स्मार्ट सिटी के MEDICAL COLLEG में दिल्ली से आई टीम को मिली गंदगी
दिल्ली से आई केंद्रीय जांच टीम मेडिकल कालेज पहुंची। उन्हें भी कई स्थानों पर काफी गंदगी मिली। टीम ने शनिवार को गर्ल्स, ब्वायज और पीजी छात्रावास का निरीक्षण किया। मेडिकल कालेज परिसर में गंदगी पर टीम असंतुष्ट दिखी और नाराजगी जताई। जल्द पांच सदस्यीय जांच टीम पड़ताल के बाद रिपोर्ट अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेगी।
जांच में टीम में लोग शामिल
टीम में शामिल लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल से डॉ. कनिश के, नेशनल वेक्टर बार्न डिसीज कंट्रोल प्रोग्राम के सलाहकार डॉ. गवेन्द्र सिंह, नेशनल सेंटर पर डिसीज कंट्रोल के माइक्रोबायोलाजिस्ट डॉ. निधि सैनी, डॉ. नीरज कुमार और डॉ.अनुज कुमार शामिल हैं।
स्वाइन फ्लू फैलने की भी जांच कर रही है
केंद्रीय जांच टीम (central investigation team) ने साफ कहा कि सुअरों के ऐसे रहने से तो कॉलेज इनफ्लुएंजा एच1 एन1 वायरस के साथ और भी संक्रमण के मुहाने पर है, इसलिए सुअरों को हटाने के लिए मजबूत प्रबंधन की जरूरत है। टीम मेडिकल कॉलेज कैंपस में स्वाइन फ्लू फैलने की भी जांच कर रही है।
संघ प्रमुख ने वाल्मीकि समाज को किया संबोधित
मृत सुअरों का दफनाने में जल्दबाजी की गई
केंद्रीय टीम ने कहा कि मृत सुअरों को हटाने को पहले नगर निगम (Municipal Corporation) या अन्य संस्थाओं से बात कर कार्ययोजना बना काम करना होगा। मृत 16 सुअरों को कॉलेज परिसर में बिना पशुपालन अधिकारी को दिखाए दफनाया गया। सैंपल लिए जाने चाहिए थे। टेस्ट होता तो वायरस का पता लग सकता था, इस मामले में जल्दबाजी की गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
सीएमओ डॉ.आलोक रंजन (CMO Dr. Alok Ranjan) ने बताया कि टीम अभी मेडिकल कॉलेज (Medical college) का निरीक्षण कर रही है। रविवार को भी टीम ने कॉलेज में जांच की है। टीम का मत है कि रिपोर्ट जल्द ही स्वास्थ्य मंत्रालय को दी जाएगी।
छात्रा की हालत स्थिर
मेडिकल कॉलेज (Medical college) में इनफ्लुएंजा एच1 एन1 वायरस से ग्रसित पाखी आशीष की हालत स्थिर है। हार्ट, लिवर, किडनी सही ढंग से काम कर रही है। अब उन्हें सपोर्ट सिस्टम से हटा दिया गया है, लेकिन ब्रेन निष्क्रिय है। इलाज कर रहे डॉ. बीपी प्रियदर्शी ने बताया कि छात्रा की हालत स्थिर है।
#KANPUR नगर निगम प्रकाश मार्ग नहीं सुनता डीएम का आदेश