ARTI PANDEY
KANPUR NEWS: वर्तमान में शहर के सभी थोकबाजार घनी आबादी और सकरी गलियों में हैं। बाजारों की गलियों में जाना और आना कठिन हैं। पैदल आर-पार जाने के लिए भीड और रास्त न होने के कारण अच्छा-खासा समय लगता है। इन तंग गलियों में अग्निकांड जैसी घटना होने पर जान-माल का अधिक नुकसान होने में कोई संदेह नहीं है।
सकरी गलियों में तन गये बाजार
इन सकरी और कम रास्ता वाली गलियों में अग्निकांड की घटना होने पर बचाव के लिए अग्निशमन विभाग (fire department) के पास सिर्फ दो फायर बाइक हैं। पूर्व में हुई कई घटनाक्रम के दौरान भी इन बाइक सवारों को भी घटनास्थल पर नहीं देखा गया। फिलहाल नजरबंद फायर बाइक के बल पर विभाग शहर की तंग गलियों में बसे हजारों की आबादी को बचाने का हौंसला भर रहा है।
दो अग्निशमन वाहन
अग्निशमन विभाग (fire department) पहले ही आबादी के हिसाब से संसाधनों में काफी कमजोर हैं। विभाग के आठ स्टेशन लाटूशरोड, कर्नलगंज, बिल्हौर, पनकी, घाटमपुर, मीरपुर कैंट, जाजमउ और किदवईनगर है। सभी स्टेशनों के अन्तर्गत आने वाला एरिया लाखों की आबादी है। आउटर के स्टेशनों को छोडकर सभी स्टेशनों के अन्तर्गत स्कूल, मॉल, हाइटेक अपार्टमेंट सहित बडी बाजारें शामिल हैं। इन बाजारों को आपातकालीन अग्निकांड के समय सुरक्षित बचाने के लिए विभाग के पास हर स्टेशन में मात्र दो अग्निशमन वाहन है। इतना ही नहीं वाहन संचालन के लिए चालक भी पर्याप्त नहीं हैं।
शहर के लिए चुनौती बनी अग्निशमन व्यवस्था
विभागीय गाइडलाइन के हिसाब से प्रत्येक स्टेशन पर फायर स्टेशन ऑफीसर व चालक सहित चालीस जवानों की कम से कम आवश्यकता होती है। घटना के समय पांच जवान तो सिर्फ वाहन पर सवार होकर घटनास्थल की कमान संभालते है। लेकिन यहां पर एक स्टेशन पर सिर्फ कुल स्टॉॅफ आठ से दस का है। कर्मचारी अभाव में स्टेशन का कार्य प्रभावित है। लेकिन मुख्यालय से कोई नयी तैनाती न होने से सारी व्यवस्था अधिकारी स्वयं ही अपने स्तर पर संभालने का प्रयास कर रहे है। फिलहाल संसाधनहीन अग्निशमन व्यवस्था शहर के लिए चुनौती बनी है।
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