ARTI PANDEY
कानपुर: स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की अनदेखी से प्रावइेट अस्पताल गरीब मरीजों को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बीमार मरीज को भर्ती करते समय कम पैसे में इलाज का प्रलोभन देते हैं। बाद में लूट घसोट का सिलसिला शुरू करके धमकाते हैं। ऐसा ही एक मामला कल्याणपुर (Kalyanpur) न्यू लखनपुर हॉस्पिटल से आया। यहां पर पैर की चोट का इलाज कराने आये रसूलाबाद के अमन को सस्ता इलाज करने के नाम पर भर्ती कर लिया। बाद में इलाज के दौरान मौत होने के बाद परिजनों को तीन लाख का इलाज बिल थमा दिया। बिल देखते ही परिजन नाराज हो गये और हंगामा करने लगे। परिजनों ने कहा कि दो लाख से अधिक दवाई के नाम पर अस्पताल पैसा ले चुका है। घंटों विवाद के बाद कमिश्नर के कहने पर मेडिकल कर्मियों ने अमन का शव दिया।
फोन नहीं हुआ रिसीव…
रसूलबाद निवासी अमन के पिता सत्येन्द्र ने बताया कि खेत में काम करने के दौरान सोलह वर्षीय अमन के पैर में चोट लगी थी। इलाज के लिए 12 नवंबर को अमन न्यू लखनपुर हॉस्पिटल (New Lakhanpur Hospital) में दिखाया। ओपीडी चिकित्सक ने बताया कि सर्जरी होगी। 40 हजार में दवा के साथ इलाज हो जायेगा। पैकेज तय होते ही पैसा जमा करके अमन को भर्ती करा दिया। आपरेशन के बाद अमन की हालत बिगड़ती गई। डाक्टरों ने उसे आईसीयू में भर्ती कर दिया। इस बीच डाक्टर दवा व इलाज के नाम पर दो लाख से अधिक वसूल लिया। 22 नवंबर मंगलवार को अमन की डेथ हो गयी। शव मांगने पर अस्पताल प्रशासन ने एक लाख का बिल थमा दिया। पैसा न होने की बात कहने पर शव देने से मना कर दिया। परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देख और कमिश्नर (Commissioner) के कहने पर मेडिकल कर्मियों ने शव दिया। इस दौरान पीड़ित ने सीएमओ (CMO) और नोडल अधिकारियों का कई बार फोन से घटना की जानकारी देेने के लिए फोन लगाया। लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ।
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