अापके आधार नंबर और बैंक खाते पर मंडरा रहा है खतरा
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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की वेबसाइट पर रजिस्टर्ड करीब 17 करोड़ मेंबर्स के पर्सनल और प्रोफेशनल डेटा चोरी होने की खबरे आ रही हैं। अगर एेसा हो गया है तो मेंबर्स की पर्सनल डिटेल गलत हाथों में पहुंचने का अंदेशा लगाया जा रहा है। मेंबर्स की पर्सनल डिटेल हासिल कर धोखाधड़ी करने वाले लोग उनके पीएफ खाते से पैसा भी निकाल सकते हैं। एेसे में आपके लिए यह जानना जरूरी है कि ईपीएफओ के डाटा बेस में डिटेल्स चोरी होने पर क्या नुकसान हो सकता है।
आधार नंबर का हो सकता है गलत इस्तेमाल
पीएफ डाटा लीक होने से आपका आधार भी सुरक्षित नहीं है क्योंकि ज्यादातर मेंबर्स ने ईपीएफओ डाटा बेस में अपना आधार नंबर लिंक कराया है। ऑनलाइन पीएफ निकलवाने और ट्रांसफर कराने के लिए आपको अपने यूनीवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) के साथ आधार डिटेल फीड कराना जरूरी है। ऐसे में आपके पीएफ डाटा के साथ आपकी अकाउंट डिटेल को हासिल किया जा सकता है। इससे फ्रॉड करने वाले लोग आपकी आधार पहचान का मिसयूज कर सकते हैं और आप मुश्किल में फंस सकते हैं।
बैंक खाता नंबर
ईपीएफओ के डाटा बेस में आपका बैंक खाता नंबर भी होता है। जब आप पीएफ निकलवाते हैं तो ईपीएफओ की ओर से आपके इसी बैंक खाते में पैसा जमा कराया जाता है। पीएफ डाटा लीक होने से आपका बैंक खाता भी गलत हाथों में लग सकता है। अगर ईपीएफओ में दर्ज मोबाइल नंबर और नेट बैंकिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले नंबर एक ही है, तो इससे फ्रॉड का खतरा बढ़ सकता है।