ARTI PANDEY
इंफ्लुइंजा वायरस एच3एन2 (influenza virus h3n2) जैसे लक्षणों वाले रोगियों की संख्या लगातार बढ रही है। शुरुआत में सामान्य वायरल संक्रमण जैसे उभरते हैं, इसके बाद फेफड़ों में निमोनिया हो जाता है और रोगी को सांस लेने में तकलीफ होती है। निमोनिया की चपेट में आए वायरल फीवर (viral fever) के चार रोगियों की मौत हो गई। रोगियों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था। इसके बाद हालत बिगड़ती गई। एक्सरे रिपोर्ट में रोगियों में गंभीर किस्म का निमोनिया पाया गया। सीएमओ डाक्टर आलोक रंजन ने बताया कि जानकारी मिली है। शासन से दिशा निर्देश लेकर निर्णय लिया जाएगा। (Four died due to viral fever)
सपा विधायक इरफान सोलंकी समेत 5 पर आरोप तय
KANPUR NEWS : सीवर और वॉटर लाइन बिछाने को लेकर बवाल
भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने किया विरोधियों पर प्रहार, माफिया अब स्वयं दहशत में
पांच से 14 मार्च के बीच कोई भी रोड कटिंग न करे : विशाख जी
हैलेट के सीनियर फिजीशियन डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि सांस फूलने, गले के संक्रमण और पेट के रोगी अधिक आए। हैलेट के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा आरके मौर्या ने बताया कि रोगी अगर शुरूआत में हैलेट आ जाता है तो आसानी से जान बचाई जा सकती है।
हैलट के मेडिसिन विभाग की ओपीडी में 350 रोगी देखे गए। इनमें आधे रोगी वायरल संक्रमण के रहे । वायरल संक्रमण का हमला फेफड़ों, पेट और गले पर हो रहा। इमरजेंसी में शाम तक 25 रोगियों को भर्ती किया गया। इनमें 7 रोगी वायरल निमोनिया के है। हैलट में दो महिलाओं समेत तीन रोगियों की मौत हुई है। गंभीर हालत में ये रोगी रविवार को भर्ती हुए थे। इनको पहले तेज बुखार आया, इसके बाद सांस लेने में तकलीफ हो गई। जांच में रोगियों को निमोनिया निकला।
एंटीबायोटिक्स लेने से बचें : आईएमए
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से एजिथ्रोमाइसिन और एमोक्सिक्लेव जैसे एंटीबायोटिक्स लेने से बचने का आग्रह किया है। आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.शरद कुमार अग्रवाल और अन्य सदस्यों ने एडवाइजरी में कहा कि जब एंटीबायोटिक की आवश्यकता नहीं होती है तो इन्हें लेने से एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस होता है। ऐसे में जरूरत पड़ने पर वे काम नहीं करेंगे।
ऐसे करें बचाव
मास्क लगाकर बाहन निकलें, गुर्दे लिवर, कैंसर, दमा, अस्थमा के रोगी खास सतर्क रहें, भीडभाड वाले स्थान पर बेवजह न जाएं, लोगों से हाथ न मिलाएं, रोगी छोटे बच्चों और बुजुर्गों से दूर रहें, सादा और पौष्टिक भोजन करें
ये है लक्षण
तेज बुखार, लगातार खांसी, लंग्स में एलर्जी, सिरदर्द, गले में जलन, सांस फूलना