ARTI PANDEY
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला (Principal Dr. Sanjay Kala) की अगुवाई में एक्सपायरी डेट के एंटीबायोटिक दवाओं के इंजेक्शन को लेकर अभियान चलाया गया। दो-तीन वार्डों में एक्सपायरी डेट के एंटीबायोटिक दवाओं के इंजेक्शन मिले। इसके बाद वार्ड की प्रभारी नर्स के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर नोटिस जारी किया गया। इसके अलावा वार्डों में उन रोगियों की बीएचटी पड़ी मिली जो बहुत पहले डिस्चार्ज हो चुके हैं। स्टाफ ने बताया कि रेजीडेंट डॉक्टर के दस्तखत न होने की वजह से बीएचटी नहीं भेजी गई। इस पर संबंधित रेजीडेंट डॉक्टरों को नोटिस देकर जवाब तलब किया गया है।बता दें कि में लाला लाजपत राय हॉस्पिटल (हैलट) बरती जा रही लापरवाही से मरीजों की जान खतरे में पड़ सकती है। वार्डों में एक्सपायरी डेट की दवाएं मिली। इन दवाओं को नष्ट करने के बजाए अलमारियों में सुरक्षित रखा गया था। नर्स अलमारियों से दवाएं निकालकर रोगियों को लगाती हैं।
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एक्सपायरी इंजेक्शन मामले की जांच करेगी कमेटी
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छह एक्सपायरी इंजेक्शन बरामद
प्राचार्य को मेडिसिन, आर्थोपेडिक समेत चार वाडों में छह एक्सपायरी इंजेक्शन, कई दवाएं और दस बीएचटी (मरीजों की फाइल ) बरामद हुई। इस संबंध में संबंधित डॉक्टर, जूनियर डॉक्टर और स्टाफ नर्स से स्पष्टीकरण मांगा है।
जवाब तलब किया गया
प्राचार्य डॉ. संजय काला, उप प्राचार्य डॉ. रिचा गिरि और हैलट के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके मौर्या की अगुवाई में तीन टीमों ने अलग-अलग वार्डों में पहुंचकर पड़ताल की। सारे कागजात, अलमारियां, दवा का स्टॉक आदि की जांच की। एक्सपायरी इंजेक्शन मिलने पर प्राचार्य डॉ. काला ने जब नर्स से पूछा कि ये नष्ट क्यों नहीं किए गए, तो स्टाफ जवाब नहीं दे पाया। उन्होंने कहा कि रजिस्टर पर दवा का बैच नंबर, रोगी का नाम, एक्सपायरी तिथि और दवा कब दी गई? सारा ब्योरा दर्ज किया जाए। इसके साथ नोटिस जारी करके जवाब तलब किया गया है।
मेडिसिन विभाग में मिले एक्सपायरी इंजेक्शन
उप प्राचार्य डॉ. रिचा गिरि ने मेडिसिन विभाग के वार्डों, आईसीयू, एचडीयू में जाकर स्थिति देखी। वहां भी एक्सपायरी इंजेक्शन मिले हैं। इसके अलावा प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मौर्या ने जच्चा-बच्चा अस्पताल के वार्डों और ऑपरेशन थिएटर की स्थिति देखी। रिकॉर्ड और स्टाक का हिसाब व्यवस्थित नहीं था। डॉ. मौर्या ने बताया कि इस संबंध में चेतावनी दी गई है कि जल्द स्टाक और रिकॉर्ड दुरुस्त कर लें। स्टोर से दवाएं समय से काउंटर पर पहुंचाई जाएं, जिससे एक्सपायर न होने पाएं।
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कुछ दिनों पहले भी लगाया था एक्सपायरी इंजैक्शन
कुछ दिनों पहले भी ऐसा मामला सामने आया था जहां एक नर्स ने महिला को एक्सपायरी इंजैक्शन लगा दिया था। मामला हैलेट के जच्चा बच्चा अस्पताल का था। हो हल्ला मचने पर पूरे मामले की जांच को कमेटी बनायी गई थी। यह पूरा प्रकरण डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक तक पहुंचा था। प्राचार्य ने कमेटी की रिपोर्ट डिप्टी सीएम को सौंपी है। इस पूरे मामले में दो के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
दवाओं की एक्सपायरी नजदीक, वे वापस होंगी जच्चा-बच्चा अस्पताल के बाद हैलट के वार्डों में एक्सपायरी दवाएं मिलने पर प्राचार्य ने विभागाध्यक्षों की आपात बैठक बुलाई। इसमें तय हुआ कि अब रिटर्न इंडेंट बनेगा। जिन दवाओं की एक्सपायरी तिथि नजदीक होगी, उन्हें फार्मेसी को वापस कर दिया जाएगा। इसके अलावा इस्तेमाल न होने वाली दवाएं भी वार्डों में नहीं रखी जाएंगी। इन्हें भी वापस भेज दिया जाएगा। डॉक्टरों ने कहा कि ऑनलाइन इंडेंट होने के कारण दवाएं रखी रह जाती हैं।
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