RAHUL PANDEY
यूपी को विकास की उड़ान भरने में एयरपोर्ट (AIRPORT) का बेहद अहम रोल है, लेकिन कानपुर एयरपोर्ट (Kanpur Airport) के नए टर्मिनल को शुरू करने में बार-बार डेटलाइन बढ़ाई जा रही है। चकेरी के नए एयरपोर्ट से उडान भरना अभी दूर है। प्रशासन हर दफा इसे शुरू किए जाने की नई तारीख देता है। बीते रोज कमिश्नर डा राजशेखर ने अधिकारियों के संग एयरपोर्ट के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया था। इस दौरान 15 मार्च तक सभी कार्य पूरे किए जाने और उसके बाद शुभारंभ की बात कही गई थी। वहीं एयरपोर्ट डायरेक्टर संजय कुमार का कहना है कि अभी कुछ काम बचा हुआ है, जल्द ही पूरा हो जाएगा। कमिश्नर डा. राज शेखर ने बताया कि सभी कार्य पूरे हो गए हैं। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) मार्च के अंतिम सप्ताह या अप्रैल के पहले सप्ताह में नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के दौरे की प्रतीक्षा कर रहा है।
इंफ्लूएंजा ए को लेकर परेशान होने या तनाव लेने की जरूरत नहीं
सपा विधायक इरफान सोलंकी बोले- मैं इस्तीफा देने को तैयार
मिनिस्टर नन्द गोपाल गुप्ता नंदी ने नाराजगी जाहिर की थी
बीते महीने इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड एक्सपोर्ट प्रमोशन मिनिस्टर नन्द गोपाल गुप्ता नंदी ने इस बाबत खासी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि एयरपोर्ट के नए टर्मिनल को शुरू करने में बार-बार डेटलाइन बढ़ाई जा रही है। जो चिंताजनक है। इसे लेकर डीएम के साथ समीक्षा बैठक होगी और अगर तय डेट में एयरपोर्ट की शुरुआत नहीं गई तो टर्मिनल बनाने वाले कांट्रैक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाकर जेल भी भेजा जाएगा।
विमानन कंपनियों को सेवा बंद करनी पड़ी
गोरखपुर और प्रयागराज में एयरपोर्ट संचालन के एक साल के अंदर ही एक दर्जन से ज्यादा विमान सेवाएं शुरू हो चुकी हैं, जबकि कानपुर से सिर्फ चार। इसकी वजह यह है कि यहां विमानों के आवागमन और रोकने के लिए व्यवस्था ही नहीं। नई टर्मिनल बिल्डिंग का शुभारंभ होने के बाद ही यह सुविधा मिल सकती है। कानपुर एयरपोर्ट से कोलकाता, बेंगलुरू, अहमदाबाद और हैदराबाद के लिए विमान सेवा संचालित हो रही थी लेकिन एप्रन की कमी और एयरपोर्ट की मौजूदा बिल्डिंग की क्षमता कम होने के चलते विमानन कंपनियों को यह सेवा बंद करनी पड़ी। काम की इस सुस्त गति का परिणाम है कि विमानन कंपनियों की ओर से प्रदेश के अन्य शहरों के लिए उड़ान का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया।
दरअसल मौजूदा एयरपोर्ट की यात्री क्षमता 150 है और एप्रन में एक वक्त में एक ही विमान खड़ा हो सकता है। ऐसे में यदि एक समय में दो विमान आते हैं तो एक विमान को या तो रनवे पर खड़ा रखा जाता है या फिर उसे आसमान में चक्कर लगाने पड़ते हैं। यही कारण है कि ये चारों विमान सेवाएं धीरे-धीरे बंद हो गईं। नई टर्मिनल बिल्डिंग शुरू होते ही ये चारों विमान सेवाएं फिर शुरू हो सकती हैं।
उम्मीदें बरकरार
नई टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण में देरी पर सवाल उठते रहे हैं लेकिन जैसे-जैसे काम अपने अंतिम चरण में पहुंच रहा है, उम्मीदें भी मजबूत होने लगी हैं। कानपुर से प्रदेश में नए रूट पर विमान संचालन के लिए स्पाइस जेट, इंडिगो के साथ अन्य विमानन कंपनियां एयरपोर्ट अथारिटी के संपर्क में हैं। बता दें कि कानपुर से बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी, गौतम बुद्ध की नगरी श्रावस्ती के साथ प्रयागराज, मुरादाबाद, अलीगढ़, चित्रकूट और गोरखपुर के लिए हवाई रूट को मंजूरी मिल चुकी है। एयरपोर्ट निर्माण के बाद हैंडओवर की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। बीसीएएस (नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो) के निर्देशों के मुताबिक एयरपोर्ट में जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं।
एंट्री प्वाइंट बनेगा खूबसूरत
एयरपोर्ट के एंट्री प्वाइंट को हरा-भरा और आकर्षक बनाने के लिए कमिश्नर ने पीडब्ल्यूडी को सड़क के मेडियन के लैंड स्केप के लिए परियोजना तैयार करने को कहा है। दोनों तरफ फुटपाथ बनाने, सड़क के दोनों ओर ग्रिनरी करने और अतिक्रमण को रोकने के लिए सड़क के दोनों ओर कंटीले तारों की बाड़ लगाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने को कहा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लगाई घोषणाओं की झडी
KANPUR मंत्री नंदी के निरीक्षण के बाद एक्शन
KANPUR DM VISHAKH JI : किसानों को परेशान करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा
CHAITRA NAVRATRI 2023: जानिए चैत्र नवरात्रि के बारे में हर एक चीज