RAHUL PANDEY
पनकी (panki kanpur) के गंभीरपुर से गरीबों को सीधा बेघर करने में एसडीएम (SDM) न्यायिक घाटमपुर (तत्कालीन एसीएम सप्तम) राजीव उपाध्याय (SDM Rajeev Upadhyay) फंस गए है। आईजीआरएस (IGRS) पर आई शिकायत पर फोर्स लेकर दो परिवारों को निकालना मजिस्ट्रेट को महंगा पड़ा। बिना कब्जा हटाने की नोटिस दिए जमीन खाली कराने का मामला सोशल मीडिया (social media) में वायरल होने पर डीएम (DM) ने जांच बैठाई। शिकायत सही पाए जाने पर कार्रवाई की संस्तुति की। एसडीएम न्यायिक घाटमपुर राजीव उपाध्याय को आरोप पत्र थमा दिया गया है। पूरे मामले में प्रशासनिक पक्ष को एसडीएम (SDM) सदर रखेंगे। अब एसडीएम और पीड़ितों के बयान दर्ज किए जाएंगे। शासन ने मामले की जांच बैठाकर कमिश्नर को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
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पनकी गंभीरपुर गाटा संख्या 368 रकबा 0.318 में संतोष राजपूत रहते है। वहीं पर मनीष और वीर सिंह भी रह रहे थे। संतोष राजपूत ने अवैध कब्जा करने की शिकायत आईजीआरएस में की। जिस पर तत्कालीन एसीएम सप्तम राजीव उपाध्याय ने सीधे चौकी से फोर्स लेकर जबरन दोनों को परिवार समेत निकाल दिया। घर से बेघर करने का मामला सोशल मीडिया में वायरल हुआ। डीएम की संस्तुति पर शासन ने जांच बैठाकर कमिश्नर को जांच अधिकारी बनाया था। अब कमिश्नर ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। कमिश्नर की ओर से एसडीएम को आरोप पत्र दिया जा चुका है। अब उनको 15 दिन में अपना पक्ष रखना है। उससे पहले सभी दस्तावेजों को मुहैया कराना है। प्रशासनिक पक्ष को एसडीएम सदर अभिनव गोपाल रखेंगे। कमिश्नर डा. राजशेखर ने बताया कि आरोप पत्र भेज दिया गया है। एसडीएम का जवाब और बेघर किए गए परिवारों के बयान के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
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