ARTI PANDEY
नरवल के अमृत सरोवर में शनिवार को चार छात्रों की डूबने से मौत होने के मामले में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मौतों के बाद अब प्रशासन ‘चेतावनी बोर्ड’ लगाने को जागा है। जल्द हो सरोवर में बोर्ड लगाकर तालाब की गहराई और वहां बरती जाने वाली सावधानियों का उल्लेख किया जाएगा। नरवल के एसडीएम गुलाब चंद्र का कहना है कि करीब डेढ़ बीघा में अमृत सरोवर बना है। चारों ओर बाल है। सुबह टहलने आने वालों के लिए बेंच की व्यवस्था है। जाली भी लगी है। हफ्ते भर पहले ही काम पूरा हुआ है। काफी संख्या में लोग चूमने आते हैं।
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तालाब में भरपूर पानी
पिछले महीने ही बनकर तैयार हुए नरवल के अमृत सरोवर में शनिवार को जिस तरह सेमरझाल गांव के चार छात्रों की डूबने से मौत हुई, उसने प्रशासनिक मशीनरी की कार्यप्रणाली पर एक सवालिया निशान लगा दिया है। इस अमृत सरोवर में 36 लाख रुपये खर्च कर लगभग सारे कार्य कराए गए। जिले में बाकी सरोवरों में भले ही अभी पर्याप्त पानी नहीं है या फिर सूखे पड़े है, लेकिन इस तालाब में भरपूर पानी भरा हुआ है।
सरोवर की गहराई 12 फिट से अधिक होने के बावजूद उसमें तक कोई चेतावनी बोर्ड नहीं लगा है, जिससे लोगों को पता चल सके कि तालाब में उतरना या महाना खतरनाक है। इसी नासमझी में पांच छात्र वहां पहुंचे और मौज-मस्ती के इरादे से तालाब में कूद गए। एक छात्र तो बच गया, मगर चार छात्रों की जान चली गई। चार मौतों के बाद अब प्रशासन को चेतावनी बोर्ड लगवाने की सुधि आई है।
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घटना से कड़ा सबक मिला
अमृत सरोवर के निर्माण का उद्देश्य हो ग्रामीण लोगों को पर्यटन स्थल के रूप में रमणीक स्थान उपलब्ध कराना है। ऐसे में किसी को भी यहां आने-जाने से रोका नहीं जा सकता। नरवल के एसडीएम का कहना है कि इस घटना से कड़ा सबक मिला है अब सरोवर में चेतावनी बोर्ड लगाया जाएगा। जिसमें तालाब की गहराई को अंकित कराया जाएगा। बोले, शनिवार के हादसे में किसी की लापरवाही नहीं है। सरोवर में उतरने पर मनाही रहेंगी। इसको लेकर निगरानी भी रखी जाएगी।
जांच टीम गठित
जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने सीडीओ सुधीर कुमार के नेतृत्व में चार सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी है। इस टीम मे उपाध्यक्ष मनरेगा, पीडब्ल्यूडी और सिंचाई विभाग के एक्सईएन को शामिल किया गया है। डीएम ने कहा कि एक सप्ताह में कमेटी को जांच रिपोर्ट सौंपनी होगी। टीम दुर्घटनाका कारण पता लगाएगी और एहतियात बरतने संबंधी सुझाव देगी। रिपोर्ट मिलने के बाद अमृत सरोवरों में सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।