RAHUL PANDEY
चंडीगढ़
अगर आपको कैंसर डायग्नोस हो जाए तो भी बिना घबराए अपने स्पर्म और एग को प्रिजर्व करवा लें। ऐसी तकनीक अब इनफर्टिलिटी कपल के लिए आ चुकी है। यह कहना है भारत के सबसे पहले आईवीएफ (IVF) की शुरुआत करने वाले विशिष्ट सेवा मेडल प्राप्त बिरला आई वी एफ के प्रोफेसर कर्नल पंकज तलवार का ।
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भारत में 28 मिलियन दंपतियों को प्रजनन संबंधी कोई ना कोई समस्या है लगभग डब्ल्यूएचओ (WHO) के अनुसार छह में से एक कपल को प्रजनन संबंधी कोई ना कोई परेशानी है लेकिन मेडिकल परामर्श लेने के लिए सिर्फ 1% से भी कम लोग गाना क्लोजेस्ट के पास पहुंचते हैं कुल मिलाकर अभी भी इनफर्टिलिटी का इलाज करवाना एक परिवार में स्टिग्मा है। इस मौके पर डॉ राखी गोयल (Dr Rakhi Goyal) कंसलटेंट बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ चंडीगढ़ (Birla Fertility & IVF – Chandigarh) ने कहा की गांव-गांव और पंजाब हरियाणा के हर कोने में यह संदेश प्रसारित करने की आवश्यकता है कि हर इन्फेंटाइल कपल को आईवीएफ (IVF) की आवश्यकता नहीं होती है।
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