आयकर टीम (Income Tax) के रडार पर ज्वेलर्स और बुलियन कारोबारी हैं। लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता में छापा मारा है। कानपुर में 17 ठिकानों समेत देशभर में कुल 55 प्रतिष्ठानों में सर्चिंग जारी है। KANPUR IT RAID
पुरुषोत्तम दास ज्वेलर्स के ठिकानों पर इनकम टैक्स और ईडी का छापा
योगी सरकार ने लागू की एलएडीसीएस प्रणाली
क्यों कांवड़िया सावन में गंगाजल से करते हैं भगवान शिव का अभिषेक?
सूत्रों के मुताबिक, आयकर अधिकारियों (Income Tax Department) ने अब तक 1200 करोड़ के लेनदेन से जुड़े डॉक्यूमेंट सीज किए हैं। अफसरों की टीम ने दस्तावेज, लैपटाप, कंप्यूटर और मोबाइल तक जब्त कर लिए हैं। अभी जांच चाल रही और सभी से पूछताछ की जा रही है। अंदरखाने की माने तो दो हजार नोट की पाबंदी के बाद काफी संख्या में इन्हें सोना और चांदी समेत प्राॅपर्टी में खापने का काम किया गया है। टीम इसको लेकर भी जानकारी हासिल कर रही है। आयकर की इस कार्रवाई में 300 से ज्यादा अधिकारियों को लगाया गया है।
कैसे खपाया जाते थे हजारों करोड़
प्रमोटर प्रोजेक्ट लाता था और कारोबारी बड़ी संख्या में फंड जुटाते थे। इसमें 2 हजार के नोटों को बड़ी मात्रा में खपाया जाता था। इसमें बाजार से जुड़े लोगों के मुताबिक ज्वेलर्स भाई बुलियन हैं। ये बैंक से चांदी खरीदकर बाजार में बेचते हैं। इसके अलावा दो भाई सोने का भी व्यापार करते हैं। दोनों भाइयों से चांदी कारोबारी भी जुड़े थे। छोटे कारोबारी कैश में चांदी और सोना खरीदते हैं। इस नगदी को खपाने के लिए रियल एस्टेट समेत अन्य धंधों में पैसा खपाया जाता था। ज्वेलरी कारोबारी भाइयों की फर्म का सालाना टर्नओवर 14 हजार करोड़ का मिला है। जबकि फर्म का 1700 करोड़ दिखाया गया है।
क्या है पुंसवन संस्कार, क्यों माना गया है जरूरी
लस्ट स्टोरीज 2 का ट्रेलर हुआ रिलीज
ज्वेलर कारोबारी जुटाते थे फंड
बड़ी मात्रा में कैश रकम को खपाने के लिए प्रोजेक्ट एमराल्ड का प्रमोटर संजीव झुनझुनवाला लाता था। संजीव 6 कंपनियों से जुड़ा है। ये कंपनियां कृषि से लेकर रियल एस्टेट के कारोबार से जुड़ी हैं। सबसे ज्यादा ब्लैक मनी रियल एस्टेट के कारोबार में खपाई जाती है, लेकिन किसी को शक न हो। इसके लिए संजीव अलग-अलग कंपनी में पैसों को खपाता था। इस तरह उसका काम ब्लैक मनी को खपाने का है, जबकि सोना-चांदी कारोबारियों का काम फंड को जुटाने का था।
2 हजार के नोट बंद होने पर जमा हो गई थी ब्लैक मनी
सूत्रों के मुताबिक, जब से दो हजार का नोट बंद हुआ है। तब से बाजार में तेजी से नोट बाहर आने लगे। कारोबारी एक हद तक बैंक में दो हजार का नोट जमा कर सकते हैं। उससे ज्यादा नोट जमा करने पर वे आयकर के शिकंजे में आ सकते हैं। आयकर बड़ी कंपनियों के खातों में नजर रख रही थी। इस बीच एक खाते में जरूरत से ज्यादा नोट जमा होने की लीड आयकर विभाग को मिली तो अधिकारियों ने खाते को खंगालना शुरू किया। जिससे अधिकारियों ने कानपुर से जुड़े ज्वेलर्स, चांदी कारोबारी और प्रमोटर की लिंक मिल गया।
कोलकाता से मिली लीड, कानपुर से जुड़े तार
सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग को कोलकाता से ब्लैक मनी को खपाए जाने की लीड मिली थी। जब आयकर टीम ने पड़ताल की तो पता चला कि कानपुर से सिंडिकेट ऑपरेट हो रहा है। कानपुर से फंड जुटाकर लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता के प्रोजेक्ट में लगाया जा रहा है। इस सिंडिकेट में और भी लोग शामिल हैं। जिनके नाम आयकर की जांच में खुलेंगे।
कानपुर में इन स्थानों पर जारी है कार्रवाई
ज्वेलर्स भाइयों के सिविल लाइंस स्थित बंगले, उनके प्रतिष्ठान चौक सर्राफा, बिहराना रोड, नयागंज, चांदी कारोबारियों के घर और वाग्ला बिल्डिंग स्थित प्रतिष्ठान, संजीव झुनझुनवाला के गुटैया में एमराल्ड स्थित चैंबर, मोती विहार और पोखरपुर स्थित प्रतिष्ठान में छापा मारा गया है।
संजीव झुनझुनवाला के प्रतिष्ठानों पर छापा
कानपुर (KANPUR) के बड़े रियल एस्टेट कारोबारियों में शुमार संजीव कुमार झुनझुनवाला के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की है। वह छह प्राइवेट या सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी (एलएलपी को छोड़कर) में वर्तमान निदेशक है। संजीव की सबसे पहले मोतीलाल पदमपत उद्योग प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक बने थे। इस समय रितु पेटांगन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं।
कई कंपनियों में डायरेक्टर हैं संजीव
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की मोतीलाल पदमपत उद्योग प्राइवेट लिमिटेड से भी जुड़े हैं। जिसका काम खाद्य उत्पादों और पेय पदार्थों का निर्माण करना है। निर्माण से जुड़ी कंपनी अव्यय कंस्ट्रक्शन वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड से भी संजीव जुड़े है। रियल एस्टेट गतिविधियों की कंपनी कपिलेश टेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और रितु हाउसिंग लिमिटेड में संजीव निदेशक है। ये पश्चिम बंगाल में रजिस्टर्ड कंपनी जेके एग्री जेनेटिक्स लिमिटेड, सनग्लो वाणिज्य प्राइवेट लिमिटेड, पल्लवी गुड्स प्राइवेट लिमिटेड और बंगाल, एमपी चीनी इंडस्ट्रीज लिमिटेड और असम कंपनी लिमिटेड से जुड़े हैं।
एक-एक फ्लैट की कीमत करोड़ों में
संजीव झुनझुनवाला ने कानपुर के पॉश एरिया में एमराल्ड गार्डन नाम से बड़ा हाउसिंग प्रोजेक्ट खड़ा किया। सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग की टीमें अब इस प्रोजेक्ट को लेकर फाइलें खंगाल रही हैं। इसमें एक-एक फ्लैट की कीमत करोड़ों में हैं। इस बड़े हाउसिंग प्रोजेक्ट में कई बड़े कारोबारियों का पैसा लगा हुआ है। आयकर विभाग ने उनके प्रतिष्ठानों पर भी छापेमारी की है।
जानें जूं की समस्या से निजात पाने के घरेलू उपाय
क्या है मंदिरों में लगी घंटी का महत्व, जानिए
मानक बगैर तन रही इमारतों पर केडीए वीसी विशाख जी सख्त
क्यों अधूरी रह गई थी भगवान की मूर्तियां?, जानिए कथा