Permanent Tattoo Removal : टैटू का युवाओं में काफी क्रेज देखने को मिलता है। कुछ लोग अपनी सोच और कला को दर्शाने के लिए अपने शरीर पर टैटू (Tattoo) बनवाते हैं तो वहीं कुछ लोग अपने किसी खास का नाम लिखवाते हैं।
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हालांकि समय के साथ जैसे-जैसे उनकी पसंद और प्राथमिकताएं बदलती हैं कई लोग अपने शरीर से परमानेंट टैटू को हटाना चाहते हैं। इसके लिए कई तरह की टेक्नीक्स मौजूद हैं जिनमें से एक है पिकोलेज़र जिसके बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते। इस आर्टिकल में हम इसी पर चर्चा करेंगे।
पिकोलेज़र तकनीक क्या है
पिकोलेज़र टैटू (Tattoo) हटाने की एक तकनीक है जो एक असंक्रामक प्रक्रिया है। इसमें स्किन के अंदर टैटू पिगमेंट को तोड़ने के लिए लेजर टेक्नीक का इस्तेमाल किया जाता है। पिकोलेज़र तेज़ पल्स रेट पर काम करता है जिससे अल्ट्रा-शॉर्ट पिकोसेकंड पल्स प्रोड्यूस होता है। यह हाई-एनर्जी लेजर बीम टैटू की स्याही को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ देती है जिसके बाद शरीर की अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली उन्हें स्वाभाविक रूप से धीरे-धीरे खत्म करती चली जाती है।
पिकोलेज़र की प्रक्रिया क्या है
पिकोलेजर सेशन के दौरान स्किन एक्सपर्ट उस जगह को साफ करते हैं जहां से टैटू (Tattoo) हटाना है और असुविधा या तकलीफ को कम करने के लिए एक एनेस्थेटिक क्रीम लगाते हैं। इसके बाद पिकोलेजर बीम निकलने वाले इक्विप्मेंट को टैटू वाली जगह पर धीरे से घुमाया जाता है। लेजर एनर्जी आसपास के टिशू को नुकसान पहुंचाए बिना स्किन के अंदर जाती है और टैटू की स्याही को टारगेट करती है। इस इक्विप्मेंट से निकलने वाली तेज रोशनी टैटू के लिए इस्तेमाल की गई स्याही को छोटे-छोटे कणों में तोड़ देती हैं, जिससे शरीर उन्हें धीरे-धीरे ख़त्म करने में सक्षम हो जाता है।
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क्या पिकोलेज़र टेक्नीक में दर्द होता है
हर व्यक्ति में अलग सहनशीलता होती है। कुछ लोग पिकोलेज़र टैटू हटाने के अनुभव को स्किन पर चीटी काटने जितना सहनीय बताते हैं। वहीं कुछ लोग इसे दर्द भरा मानते हैं। टैटू हटाने के पुराने लेज़र तकनीकों की तुलना में पिकोलेज़र कम समय लेता है। इसके अलावा यह दाग या स्किन डिस्कलरेशन जैसे साइड इफेक्ट्स को कम करता है। इस प्रक्रिया को अपनाने से पहले किसी प्रोफेशनल स्किन एक्सपर्ट से सलाह लेना जरूरी हो जाता है।
टैटू हटाने के लिए कितने सेशन लेने चाहिए
अपने शरीर से टैटू को पूरी तरह से हटाने के लिए इस लेजर ट्रीटमेंट के कई सेशन्स लेने पड़ते हैं। हालांकि, इन सेशन्स की संख्या पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करती है कि आपके टैटू का आकार रंग गहराई क्या है और इसमें किस तरह की स्याही का इस्तेमाल किया गया है। हर सेशन आम तौर पर 10 से 30 मिनट के बीच चलता है और इनके बीच कम से कम 40 दिनों का ब्रेक रखने की सलाह दी जाती है। यहां यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि टैटू पूरी तरह से हटाना हमेशा संभव नहीं हो सकता खासतौर से गहरे रंग और क्रिटिकल डिजाइन वाले टैटूज।
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