Posted Reel on Instagram : सुसाइड से 6 घंटे पहले इंस्टाग्राम पर रील पोस्ट की। ”क्या जिंदगी है ठोकरों पे मार दो, मौत अंत है नहीं तो मौत से भी क्यों डरें…ये जाके आसमान में दहाड़ दो” कानपुर में कबड्डी कोच विक्रांत उपाध्याय (25) ने फांसी लगाकर जान दे दी।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पनकी थाना प्रभारी रत्नेश सिंह ने बताया कि जांच के दौरान सुसाइड की कोई वजह सामने नहीं आई है। अगर परिजन मांग करेंगे तो कॉल डिटेल समेत अन्य की जांच करके सुसाइड की वजह की पड़ताल की जाएगी।
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सुसाइड की वजह तलाश रहे पुलिस और परिजन
गणेश विद्यार्थी नगर में एफ-ब्लॉक के रहने वाले विक्रांत उपाध्याय के बड़े भाई विकास ने बताया कि उनका भाई राज्य स्तरीय कबड्डी का खिलाड़ी था। उनकी टीम ने 2017 में विद्युत परिषद इंटर कॉलेज की टॉपर रही। वर्ष 2021 में कानपुर मंडल की कबड्डी प्रतियोगिता में भी उसका चयन हुआ था।
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साल 2021 में कानपुर मंडल की कबड्डी प्रतियोगिता में भी उसका चयन हुआ था। इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और स्टेट लेवर की प्रतियोगिता में कई बार हिस्सा लिया। इसके साथ ही वह अर्मापुर के जीके ग्राउंड में खिलाड़ियों को कोच बनकर कबड्डी भी सिखाता था। कबड्डी कोचिंग से वह अच्छी कमाई करने के साथ ही पनकी में आइसक्रीम पार्लर भी चलाते थे। सब कुछ अच्छा चल रहा था, लेकिन अचानक उसने कदम क्यों उठा लिया परिवार के लोग भी नहीं समझ पा रहे हैं।
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सभी लोग एक साथ खाना खाए थे
मां रेनू ने बताया कि रात में सभी लोग एक साथ खाना खाए थे। इसके बाद विक्रांत अपने कमरे में सोने चला गया था। देर रात करीब दो बजे भाई विकास की आंख खुली तो विक्रांत के कमरे का दरवाजा खुला था। उसका शव पंखे के कुंडे से बंधी चादर से बने फंदे पर लटकता देखा। मृतक तीन भाइयों विकास व विशाल बीच का था। पिता ओंकारनाथ की दो साल पहले हादसे में मौत हो गई थी।