Kanpur GSVM Medical College : कानपुर मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग में मंगलवार को ग्लूकोमा वॉल्व वर्कशॉप का आयोजन किया गया। यह वर्कशॉप पूरे प्रदेश में दूसरी बार आयोजित की गई है।
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इससे पहले इस वर्कशॉप का आयोजन लखनऊ में किया गया था, जिन लोगों की आंखों की रोशनी धीरे-धीरे जा रही होती है उन लोगों की रोशनी को इस वॉल्व के माध्यम से बचाया जा सकता है। इस वर्कशॉप का शुभारंभ प्रधानाचार्य डॉ. संजय काला ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
नेत्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शालिनी मोहन ने बताया कि…(Kanpur GSVM Medical College)
इस वाल्व का प्रयोग हम उस मरीज में करते हैं, जिसका ग्लूकोमा ठीक नहीं हो रहा होता है। हम इस वॉल्व को हर किसी मरीज पर नहीं प्रयोग कर सकते हैं। जब मरीज की आंखों की रोशनी धीरे-धीरे जाने लगती है। इसके बाद इस वॉल्व को हम छोटे से ऑपरेशन के माध्यम से पलकों के अंदर डाल देते हैं। इस वॉल्व में एक छोटा सा पाइप लगा होता है, जो आंखों के पानी को तुरंत सोक लेता है और उस पानी को पीछे कर देता है। आंखों पर तनाव नहीं आने देता है। इस कारण मरीज की रोशनी वापस आ जाती है।
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30 मिनट का होता है ऑपरेशन (Kanpur GSVM Medical College)
डॉ. शालिनी मोहन (Dr Shalini Mohan) ने बताया कि यह ऑपरेशन महज 30 मिनट में पूरा हो जाता है। सुबह मरीज आता है और शाम को उसकी छुट्टी कर दी जाती है। इसके बाद कुछ दिनों तक मरीज को जल्दी-जल्दी दिखाने आना पड़ता है। यह ऑपरेशन पहले अमेरिका में होते थे लेकिन अब भारत में भी होने लगे हैं। खासतौर से अब यह ऑपरेशन कानपुर के मेडिकल कॉलेज में भी होंगे। मरीजों को अब बाहर भागने की जरूरत नहीं है।
कैसे डाला जाता है ग्लूकोमा वॉल्व को आंखों में…(Kanpur GSVM Medical College)
ग्लूकोमा वाल्व की शोध अमेरिका में की गई थी, जहां से अहमद ग्लूकोमा वाल्व की टीम ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद जगह जगह जाकर लोगों को कार्यशाला के माध्यम से अब यह बता रहे हैं कि ग्लूकोमा वॉल्व को आंखों में कैसे डाला जाता है। यह प्रशिक्षण बकरे की आंख में किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में जूनियर और सीनियर मिलाकर के 25 डॉक्टरों ने वॉल्व डालने का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
यह डॉक्टर हुए मौजूद (Kanpur GSVM Medical College)
डॉ. सूरज मिश्रा, डॉ. नम्रता पटेल, डॉ. पारुल सिंह, डॉ. दिलजीत सिंह, डॉ. गौरव, डॉ. लोकेश अरोरा, डॉ. एकता अरोरा, डॉ. नेहा, डॉ. रुचि अग्रवाल और जूनियर डॉक्टर समेत करीब 25 लोग शामिल हुए।
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