Hiroshima Day 2023: 6 अगस्त 1945 तक..। इतिहास में उस दिन लिखा गया है जब दुनिया ने परमाणु बमों की असली शक्ति को देखा। जापान के हिरोशिमा शहर पर बम धमाके में 1.5 लाख से अधिक लोग मारे गए। माना जाता है कि परमाणु बमों की शक्ति ने द्वितीय विश्व युद्ध को रोका और दुनिया में हो रही तबाही को अचानक रोका। लेकिन इन बातों को लेकर काफी बहस भी हुई है।Hiroshima Day 2023
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Hiroshima Bombings जापान ने अगस्त 1945 तक लगभग युद्ध हार चुका था। लेकिन आखिर जापान कब सरेंडर करेगा? अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति हैरी ट्रूमन को भी परमाणु बम की तैयारी की सूचना मिली। ऐसे में अब उन्हें निर्णय लेना था कि क्या इस बम को युद्ध खत्म करने के लिए प्रयोग करना चाहिए या नहीं। ट्रूमन के निर्णय को पूरी दुनिया जानती है और इतिहास इसकी पुष्टि करता है।
दरअसल, आज हिरोशिमा हमले की 78वीं बरसी है. आज वही तारीख है, जब अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा शहर पर परमाणु बम गिराया. हिरोशिमा के मेयर ने दुनिया से गुजारिश की है कि उसे परमाणु बमों को खत्म कर देना चाहिए. हालांकि, हमेशा ये सवाल जरूर उठता है कि आखिर अमेरिका के पास परमाणु बम गिराने के अलावा क्या-क्या ऑप्शन थे. आइए इसका जवाब जानते हैं. (Hiroshima Day 2023)
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विकल्प 1: जापान के द्वीपों पर बम गिराना (Hiroshima Day 2023)
1942 की शुरुआत से ही अमेरिका ने जापान पर हवाई हमले करते रहे। अमेरिकी बममारी ने अप्रैल 1944 से अगस्त 1945 के बीच 3,33,000 लोगों को मार डाला। मार्च 1945 में टोक्यो पर हमला हुआ, जिसके परिणामस्वरूप 80 हजार लोग मारे गए। लेकिन जापान ने सरेंडर नहीं किया। तब अमेरिका ने सोचा कि जापान केवल पारंपरिक बमबारी से घुटने नहीं टेकेगा।
विकल्प 2: जापानी द्वीपों पर जमीनी हमला बोलना (Hiroshima Day 2023)
अमेरिका के पास ये भी ऑप्शन था कि वह जापान पर जमीनी हमला बोले. लेकिन जापान ऐसा करने पर और भी ज्यादा आक्रामक हो जाता. जापानी लोग देश को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते थे. 1945 में ही हुए इवो जीमा युद्ध में अमेरिका के 6200 सैनिक और ओकिनावा युद्ध में 13 हजार सैनिकों और नाविकों की मौत हुई थी. इसलिए जमीनी हमला बोलना मुफीद नहीं लग रहा था.
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विकल्प 3: गैर आबादी वाले इलाके पर बम गिरा ताकत दिखाना (Hiroshima Day 2023)
अमेरिका के पास ऑप्शन था कि वह परमाणु बमों का शक्ति प्रदर्शन करे, जिससे जापान डर जाए और जल्द से जल्द सरेंडर कर दे. हालांकि, ये माना गया कि जापान सिर्फ एक व्यक्ति या उस कमिटी के फैसले के आधार पर सरेंडर का निर्णय नहीं लेगा, जो उसे आकर ये बताए कि बम खतरनाक है. अमेरिका को ये भी लगता था कि अगर ये नया बम नहीं फटा, तो जापान सरेंडर करने के बजाय युद्ध में आक्रामक हो सकता है.
विकल्प 4: आबादी वाले इलाके पर परमाणु हमला (Hiroshima Day 2023)
विभिन्न विकल्पों पर विचार करने के बाद लोगों ने निष्कर्ष निकाला कि जापान के किसी शहर पर बम डालना सबसे बेहतर है। हमले से पहले शहर को खाली करने की सूचना भी नहीं दी गई, क्योंकि अमेरिका को डर था कि उसके बॉम्बर विमानों को ध्वस्त कर दिया जा सकता था। हिरोशिमा जापान का सांस्कृतिक शहर नहीं था, इसलिए अमेरिका ने उसे बमबारी के लिए चुना था।
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