इन ग्रहों के कारण आती है लड़की के विवाह में बाधा
जब भी किसी घर में बेटी का जन्म होता है, तभी से उसके माता-पिता उसके विवाह के विषय को लेकर चिंतित होने लगते हैं। हर मां-बाप चाहते हैं कि वो अपनी बेटी का हाथ एक एेसे हाथ में दें, जहां उसे उतना ही लाड़-प्यार के मिले, जितना उसे उसके मां-बाप के घर मिलता है। इसलिए लड़की के यौवन अवस्था में पहुंचते ही उसके माता-पिता उसके लिए एक अच्छे वर की तलाश में लग जाते हैं। परंतु कई बार उनकी यह तलाश खत्म नहीं हो पाती क्योंकि उन्हें लड़के तो पसंद आते हैं लेकिन बहुत बार बात पक्की होते-होते रह जाती है या उसमें कोई न कोई रुकावट आ जाती है, जिसके कारण लड़की के विवाह में देरी होने लगती है और यह देरी ही उसके माता-पिता की परेशानी का कारण बन जाता है। क्योंकि वह इसका असल कारण समझ ही नहीं पाते कि आख़िर विवाह में देरी क्यों हो रही है। असल में इस का कारण लड़की की कुंडली में चल रहे ग्रहों की चाल भी हो सकती है। क्योंकि ग्रहों की चाल इंसान के जीवन में घटित होने वाली प्रत्येक घटना के लिए उत्तरदायी होती है। यदि ग्रहों की चाल अनुकूल न हों तो व्यक्ति को जीवन में बहुत सी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है और कन्या की शादी में देरी होना भी उन्हीं में से एक होता है। यदि कन्या की कुंडली में बृहस्पति कमज़ोर हो तो उसके शादी में देरी होती है और काम बनते-बनते रह जाता है। क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु ग्रह शादी-विवाह, संतान आदि सुखों का ग्रह होता है, लेकिन जब यही ग्रह कन्या की कुंडली में कमज़ोर हो तो इन सभी सुखों में देरी होने लगती है। तो यदि आपकी बेटी की शादी न हो पाने का कारण भी उसके कुंडली में चल रहे ग्रह हैं तो नीचे दिए गए उपाय आपकी बेटी की शादी में आने वाली बाधाओं को खत्म करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
बेटी की शादी जल्दी करने के उपाय
जिस कन्या का विवाह नहीं हो रहा हो वह अपने नहाने के पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाकर रोज़ाना स्नान करें। इस उपाय से विवाह के योग बनने लगेंगे।
विवाह योग्य कन्या को अपने पास केवल नए कपड़े रखने चाहिए। इससे विवाह जल्दी होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।
पुत्री का विवाह नहीं होने पर तीन गुरुवार तक लगातार शाम को पांच तरह की मीठे व्यंजन, हरी इलायची की जोड़ी के साथ केले के पेड़ को जल चढ़ाना चाहिए और शुद्ध घी का दीया भी जलाना चाहिए। इसे जल्दी शादी के योग बन जाते है।
गुरुवार के दिन व्रत रखने और बृहस्पति देव का पूजन करने से विवाह जल्दी हो जाता है।
गुरुवार के दिन गौ माता को हरा चारा खिलाने से भी लड़की का विवाह शीघ्र होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।
अगर शादी में बार-बार रुकावटें आ रही है तो सोमवार को साढ़े बारह ग्राम पीली दाल और सवा लीटर कच्चा दूध दान करना चाहिए।
शादी नहीं होने पर लड़की को शुक्रवार के दिन सफ़ेद और गुरुवार के दिन पीले कपड़े पहनने चाहिए। इसे शादी में आने वाली बाधाएं दूर होती है और शादी जल्दी होती है।
लड़की की शादी में देरी होने पर लड़की को गुरुवार के दिन केले के वृक्ष का पूजन करना चाहिए और इस दिन केले नहीं खाने चाहिए। शादी के मार्ग प्रशस्त हो जाते है।
गुरुवार को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी जी के मंदिर में जाकर विष्णु जी को सेहरे पर लगाई जाने वाली कलगी चढ़ाएं और साथ में पांच बेसन के लड्डू चढ़ाएं। इससे जल्द शादी होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।
विवाह योग्य होने के बाद भी यदि पुत्री का विवाह नहीं हो रहा है तो इसके लिए हर सोमवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए और ॐ नमः शिवाय का जाप करना चाहिए। इससे विवाह में आने वाली सभी रुकावटें दूर हो जाती है।
पूर्णिमा की रात को बरगद के पेड़ के चारों तरफ 108 चक्कर लगाने से शादी में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती है।