इन चीज़ों के लिए मशहूर है कर्नाटक
जाएं तो जरूर लें इनका लुत्फ
कर्नाटक एक बहुत खूबसूरत टूरिस्ट प्लेस है जहां हर साल कई लोग घूमने आते हैं. इस शहर में मौजूद दो मशहूर शहर कुर्ग और मैसूर घूमने वाले लोगों के बीच बहुत प्रसिद्ध हैं. यहां जानें इस शहर की और शानदार चीज़ों के बारे में.
हूली मंदिर
10 वीं शताब्दी से कर्नाटक के छोटे से गांव के बेलगाम नामक जिले में मौजूद है यह मंदिर. हालांकि अब ज्यादा खास हालत में नहीं है लेकिन भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग इसकी देखभाल कर रहा है. इस मंदिर पर किया गया काम देखते ही बनता है. खास बात यह कि यहां एक या दो नहीं, बल्कि इस पूरे जिले में बहुत से मंदिर मौजूद हैं.
जोग फॉल्स
अरब सागर से मिलने वाले इस झरने का पानी कर्नाटक में बिजली बनाने के काम में लाया जाता है. इसके अलावा यह भारत का दूसरा सबसे ऊंचाई से डुबकी लगाने वाला झरना है. क्योंकि इसका पानी सिर्फ एक जगह की चट्टानों के सहारे नहीं बल्कि कहीं से भी शुरू होकर सीधे नीचे गिरता है. इस झरने का एक और हैरान करने वाला फैक्ट यह है कि इसमें द्वितीय विश्व युद्ध से भारत लाए जा रहे चांदी से भरा जहाज पलट गया था, जिससे 48 टन चांदी बरामब की गई. इस खोज ने इतिहास में ‘सबसे बड़ी संख्या और गहरे धातु को फिर से बरामद करने’ का रिकॉर्ड बनाया.
मंगलौर का खाना
कर्नाटक के मंगलौर शहर का खाना बेहद स्वादिष्ट है. यहां का खाना खास नारियल को डालकर बनाया जाता है. जैसे कोरी रोटी, नीर डोसा, पिट रोड, दुकरा मांस और खली. अगर खाने के शौकीन हों तो कर्नाटक जाकर इस शहर का रूख ज़रूर करें.
हम्पी
यह जगह अब बेशक खंडहर हो गई हो, लेकिन बावजूद उसके यह नगर यूनेस्को के विश्व के विरासत स्थलों में शामिल है. इसकी वजह है हम्पी की गोल चट्टानों और टीलों पर बने मंदिर, तहखाने, पानी का खंडहर, बड़-बड़े चबूतरे और कर्नाटक का खास हम्पी उत्सव. लेकिन सबसे शानदार है हम्पी का मंदिर.
चन्नापटना खिलौन
आपने पूरे भारत में लकड़ी के रंग-बिरंगे खिलौने देखे होंगे? जिसमें घर, जानवर, खिलौने, गाड़ियां, कर्नाटक के स्थानिय नृतक, दूल्हा-दुल्हन आदि बने होते हैं. यह खिलौने कर्नाटक की देन हैं. 18 वीं शताब्दी में इसकी शुरूआत ज़ोरो पर हुई. वैसे इन खिलौनों को बनाने की शुरुआत टिपू सुल्तान के काल से शुरू हुई थी.