Pitru Paksha : हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से पितृपक्ष का शुभारंभ हो जाता है और इसका समापन आश्विन मास की अमावस्या तिथि को होता है। पितृपक्ष में पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध कर्म इत्यादि का विधान है। मान्यता है कि पितृ पक्ष में पूर्वज अपने परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए धरती लोक पर आते हैं। Pitru Paksha 2023
साल 2023 में कब है जितिया? जानें…
जानिए कैसे शुरू हुआ रक्षाबंधन का पर्व, पौराणिक कथाएं
Pitru Paksha शास्त्रों में बताया गया है कि इस अवधि में तर्पण इत्यादि कर्म करने से पितरों को तृप्ति प्राप्त होती है और उनका आशीर्वाद सदैव बना रहता है। बता दें कि पितृपक्ष के दौरान तीन तिथियों को बहुत ही महत्व दिया गया है। आइए जानते हैं, किन-किन तिथियों को माना जाता है, पितृपक्ष की अवधि में महत्वपूर्ण?
महत्वपूर्ण तिथियां (Pitru Paksha)
शास्त्रों के अनुसार पितृपक्ष की अवधि में पितर के देहांत की तिथि के अनुसार, श्राद्ध, तर्पण एवं पिंडदान कर्म किया जाता है। लेकिन पितृपक्ष के दौरान भरणी श्राद्ध, नवमी श्राद्ध और सर्वपितृ अमावस्या को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।(Pitru Paksha)
धीरज शर्मा को FILM THE THREE HUES में मिली एंट्री
रजनीकांत की ‘जेलर’ पर चला हाई कोर्ट की चाबुक
भरणी श्राद्ध- इस वर्ष भरणी श्राद्ध कर्म 2 अक्टूबर को चतुर्थी श्रद्धा के साथ किया जाएगा। पंचांग के अनुसार, भरणी नक्षत्र सुबह से शाम 06:24 तक रहेगा। इस दौरान तर्पण अथवा श्राद्ध कर्म इत्यादि कर्मों को श्रेष्ठ माना जाता है।(Pitru Paksha)
नवमी श्राद्ध- नवमी श्राद्ध को मातृ श्रद्ध के नाम से भी जाना जाता है। इस साल नवमी श्राद्ध सात अक्टूबर के दिन किया जाएगा। इस तिथि पर परिवार में मातृ पितर अर्थात मां, दादी, नानी को समर्पित पिंडदान व श्राद्ध कर्म किया जाता है। इस दिन श्राद्ध कर्म करने से साधक को विशेष लाभ मिलता है।(Pitru Paksha)
GREENPARK में टाइगर श्रॉफ, सिंगर मीत ब्रदर्स, अमीषा पटेल के धमाकेदार एंट्री
रक्षाबंधन की डेट पर कन्फ्यूजन खत्म, जानें
सर्व पितृ अमावस्या या अमावस्या श्राद्ध- पंचांग के अनुसार सर्व पितृ अमावस्या इस वर्ष 14 अक्टूबर को है। इस विशेष दिन पर जो लोग अपने पितरों के निधन की तिथि नहीं जानते हैं, वह इस दिन श्राद्ध कर्म, पिंडदान व तर्पण इत्यादि कर सकते हैं। सर्व पितृ अमावस्या के दिन स्नान-दान को भी विशेष महत्व दिया गया है।(Pitru Paksha)
पितृ पक्ष 2023 (Pitru Paksha)
29 सितंबर 2023, शुक्रवार: पूर्णिमा श्राद्ध
30 सितंबर 2023, शनिवार: द्वितीया श्राद्ध
01 अक्टूबर 2023, रविवार: तृतीया श्राद्ध
02 अक्टूबर 2023, सोमवार: चतुर्थी श्राद्ध
03 अक्टूबर 2023, मंगलवार: पंचमी श्राद्ध
04 अक्टूबर 2023, बुधवार: षष्ठी श्राद्ध
रिलीज से पहले ‘जवान’ की बल्ले-बल्ले
पूर्णिमा व्रत के दिन जरूर करें श्री सत्यनारायण कथा
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में कारगर हैं ये मसाले
आखिर क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय खेल दिवस? जानिए
05 अक्टूबर 2023, गुरुवार: सप्तमी श्राद्ध
06 अक्टूबर 2023, शुक्रवार: अष्टमी श्राद्ध
07 अक्टूबर 2023, शनिवार: नवमी श्राद्ध
08 अक्टूबर 2023, रविवार: दशमी श्राद्ध
09 अक्टूबर 2023, सोमवार: एकादशी श्राद्ध
11 अक्टूबर 2023, बुधवार: द्वादशी श्राद्ध
12 अक्टूबर 2023, गुरुवार: त्रयोदशी श्राद्ध
13 अक्टूबर 2023, शुक्रवार: चतुर्दशी श्राद्ध
14 अक्टूबर 2023, शनिवार: सर्व पितृ अमावस्या
अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान जैसे एक्टर्स की मुश्किलें बढ़ सकती हैं…
यूपी टी-20 का आगाज करेंगे टाइगर श्राफ
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें।