KANPUR GSVM NEWS : कानपुर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज (GSVM MEDICAL COLLEGE) की स्त्री एवं प्रस्तुति रोग विभाग की डॉक्टरों ने एक जटिल ऑपरेशन कर के दिखा दिया। यहां नौ महीने की गर्भवती महिला के बच्चेदानी के रास्ते में करीब 1 किलो का ट्यूमर था। ऐसे में डिलीवरी होना लगभग असंभव था।
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ऐसे में डॉक्टर ने डिलीवरी का दूसरा रास्ता बनाया और यह ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. सीमा द्विवेदी (Dr. Seema Dwivedi) ने बताया एक महिला छह महीने पहले गर्भवती होने पर दिखाने के लिए आई थी। इस दौरान जब उसका अल्ट्रासाउंड किया तो पता चला की बच्चेदानी के रास्ते में बड़ा सा ट्यूमर है।
पहले कभी यह ट्यूमर छोटा रहा होगा
Dr. Seema Dwivedi ने बताया कि पहले कभी यह ट्यूमर छोटा रहा होगा लेकिन वह पता नहीं चला। महिला का पहला बच्चा भी ऑपरेशन से ही हुआ था। इसलिए थोड़ी मुश्किलें ज्यादा थी। ऐसे में बच्चे और मां दोनों को बचाना था, तो पूरे 9 महीने तक हमने उसका इलाज किया। फिर टीम के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को सफल किया। टीम में डॉ. सीमा द्विवेदी के साथ डॉ. प्रतिमा वर्मा और डॉ. मोनिका चौहान भी शामिल थीं।
तीन सबसे बड़ी चुनौती
डॉ. सीमा द्विवेदी ने बताया कि इस ऑपरेशन में हम लोगों के सामने तीन सबसे बड़ी चुनौती थी। पहले यह था कि ब्लीडिंग होने से बचाना, दूसरा बच्चे को सुरक्षित निकालना और तीसरा बच्चेदानी को भी बचाना था। इन चुनौतियां को पार करने के बाद यह ऑपरेशन सफल रहा है।
महिलाओं में ट्यूमर की समस्या तेजी से बढ़ रही
डॉ. सीमा के मुताबिक कीटनाशक दवाइयां का प्रयोग हर सब्जियों में किया जा रहा है। इसका असर यह हो रहा है कि महिलाओं में ट्यूमर जैसी समस्या बढ़ गई है। एक साल में लगभग 500 से अधिक ट्यूमर के मरीज हॉस्पिटल आए हैं। इनमें से 70 मरीज ऐसे थे, जिनका ऑपरेशन कर बच्चेदानी तक हटाने की नौबत पड़ गई। इनमें से पांच अविवाहित लड़कियां भी शामिल हैं।
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