KANPUR NEWS : कानपुर (KANPUR) जिले के 18 गांवों की दूसरी बार चकबंदी (CHAKBANDI) होगी। इससे किसानों की जमीनों का सही तरह से चिन्हांकन हो जाएगा। साथ ही किसानों की अलग-अलग स्थान पर पड़ी जमीन आपसी सहमति से एक स्थान पर हो सकेंगी। KANPUR NEWS
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यही नहीं जिन सरकारी जमीन पर कब्जे और अतिक्रमण हो गए हैं उन्हें हटाया जाएगा। ड्रोन और रोवर सर्वे से चकबंदी कराई जाएगी। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व ब्लॉकचेन का इस्तेमाल भी होगा। गांवों में चकबंदी प्रक्रिया संपन्न कराने के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से मंजूरी मिलने के बाद राजस्व विभाग की ओर से शासनादेश जारी कर दिया गया है। एडीएम न्यायिक सूरज यादव की अध्यक्षता में जिले के घाटमपुर, नर्वल, बिल्हौर तहसील क्षेत्र के 18 गांव चिन्हित किए गए हैं।
पुराने गांवों में चकबंदी प्रक्रिया जारी
उप्र जोत चकबंदी अधिनियम, 1953 के तहत पुराने गांवों में तो चकबंदी प्रक्रिया जारी है। लेकिन नए गांवों में पुन: चकबंदी कराने के लिए लगातार मांग उठती रही है। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने गांवों में पुन: चकबंदी कराने के लिए सभी तथ्यों की जांच करा कर इस बाबत नए प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया था। यहां पर खाली पड़ी जमीनों में तहसील की टीम चकबंदी का काम शुरू कर दिया है। जिन खेतों में फसल खड़ी हैं उनकी चकबंदी फसल कटने के बाद होगी। जमीन की अदला-बदली किसानों की सहमति के अनुसार होगी।
ये गांव किए गए चिन्हित
घाटमपुर- बम्बुराहा, महोली, खरौटी, दीपापुर, हांथीगांव, टीकरभाऊ, विपौसी, डोमनपुर।
नर्वल- अखरी, खुजौरी, नर्वल, पूरनपुर, रायपुर नर्वल, हरचन्दखेड़ा, सिकटिया, शीशूपुर।
बिल्हौर- मनोह और विरोह।
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