भगवान गणेश जी की कृपा से दूर होगा वास्तु दोष
भगवान गणेश न केवल प्रथम पूज्य हैं बल्कि विघ्ननाशक हैं और बुद्धि प्रदाता भी हैं. इनकी कृपा से घर के समस्त वास्तु दोषों का नाश हो जाता है. घर के मुख्य द्वार ,पूजा स्थान ,रसोई घर और कार्यस्थल के वास्तु दोष गणेश जी की मूर्ति से नष्ट हो सकते हैं. जरूरत सिर्फ इसके सटीक प्रयोग को जानने और समझने की है. ज्योतिष और वास्तु में भगवान गणेश की विभिन्न रंग की मूर्तियों का प्रयोग होता है. इन रंगों की अलग अलग प्रतिमायें घर के विशेष स्थानों में में लगाने से वास्तु दोष का नाश होता है.
गणेश जी की स्थापना के क्या नियम हैं?
- गणेश जी की बहुत सारी मूर्तियाँ घर में न रखें.
- पूजा स्थान पर एक साथ गणेश जी की तीन मूर्तियाँ कभी भी न रखें.
- गणेश जी को कभी भी तुलसी दल अर्पित न करें.
- गणेश जी की वही प्रतिमा घर में स्थापित करें, जिसमे उनकी सूंढ़ बाएँ तरफ हो.
- पीत वर्ण के गणपति सर्वोत्तम माने जाते हैं.
- मूर्ति की ऊंचाई बारह अंगुल से ज्यादा न हो तो बेहतर होगा .
कैसे गणेश जी की कृपा से वास्तु दोष दूर होंगे
- बच्चों के पढने की मेज पर या बच्चों के कमरे में पीले या हल्के हरे रंग की गणेश जी की मूर्ति लगायें
- ढेर सारी गणेश जी की मूर्तियों का संग्रहण न करें , एक स्थान पर केवल एक ही मूर्ति रक्खें
- घर में तमाम गणेश जी की मूर्तियाँ लगाने से बेहतर है कि जगह जगह “ॐ” लिखकर लगाया जाए.
- रोज प्रातः पूजा में गणेश जी को दूब अर्पित करें
- शयन कक्ष में भगवान की प्रतिमा बिलकुल न रक्खें और गणेश जी की तो बिलकुल नहीं
- घर के मुख्य द्वार पर अन्दर की तरफ ही गणेश प्रतिमा लगायें,बाहर की तरफ कभी नहीं
- पूजा के स्थान पर पीले रंग की गणेश जी की प्रतिमा लगायें