Mangal Kalash Importance : वास्तु शास्त्र में लोगों की कई समस्याओं का समाधान छिपा है। यही कारण है कि यदि आप पैसे की कमी से जूझ रहे हैं, तो आप इन वास्तु उपायों को अपना सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि वास्तु के अनुसार, घर में मंगल कलश की स्थापना किस प्रकार करनी चाहिए। Mangal Kalash Importance
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मिलते हैं ये लाभ
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में एक अष्टदल कमल और मंगल कलश रखने से व्यक्ति के सभी संकट दूर हो सकते हैं। साथ ही घर में सुख-शांति भी बनी रहती है। माना जाता है कि कलश की स्थापना से मां लक्ष्मी का वास हमेशा बना रहता है, इसलिए कोई आर्थिक कठिनाई नहीं होती। इतना ही नहीं, घर को सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होता है।
इस तरह करें स्थापना
सबसे पहले एक कलश में जल भरकर उसमें एक तांबे का सिक्का, दुर्वा, चंदन, सुपारी, हल्दी, अक्षत, लौंग, इलायची और पान डालें। इसके बाद कलश पर आम के पत्ते रखकर उसके मुख पर नारियल रख दें। इसके बाद रोली या कुमकुम से कलश पर रोली से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और कलश पर कलावा या रक्षा सूत्र बांधे।
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इसके बाद अष्टदल कमल की आकृति बनाकर उस पर कलश की स्थापना करें। वास्तु के अनुसार, मंगल कलश की स्थापना के लिए ईशान कोण सबसे बेहतर माना गया है। आप घर में मंदिर में भी इस कलश की स्थापना कर सकते है।
इस बातों का रखें ध्यान
मंगल कलश को स्थापित करने के लिए कभी भी लोहे का कलश नहीं प्रयोग करना चाहिए। तांबे, सोना, चांदी या मिट्टी के कलश इसकी जगह ले सकते हैं। यह हमेशा उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में होना चाहिए। कलश स्थापित करने से पहले स्थान को गंगाजल से पवित्र करना चाहिए।
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