Mahashivratri 2024 : पंचांग के अनुसार, महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का पर्व हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर मनाया जाता है। माना जाता है कि भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह इस तिथि पर हुआ था। इसलिए हिंदू धर्म में यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसे में आइए जानते हैं कि शिव जी पर भांग और धतूरा चढ़ाने का क्या महत्व है। Mahashivratri 2024
ANANDESHWAR में बैरिकेडिंग और जगह-जगह सीसीटीवी, कंट्रोल रूम बनवाया
वास्तु के अनुसार इस तरह करें मंगल कलश की स्थापना
क्यों मनाई जाती है महाशिवरात्रि?
ये है पौराणिक कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, जब देवताओं और असुरों ने अमृत की प्राप्ति के लिए समुद्र मंथन किया, तो विष भी हुआ। यह विष इतना खतरनाक था कि इसकी आग से दसों दिशाएं जलने लगीं। तब भगवान शिव ने इस विष का पान किया, ताकि इस विष से प्रकोप से सभी को बचाया जा सके।
इस विष का प्रभाव इतना अधिक था कि इसके कारण से शिव जी का गला नीला पड़ गया और वह अचेत हो गए। इस स्थिति को देखकर समस्त देव व दानव चिंतित हो गए। तब भगवान शिव के सिर से हालाहल की गर्मी को दूर करने के लिए उनके सिर पर धतूरा और भांग रखा गया, जिससे विष शांत हुआ। माना जाता है कि तभी से शिव जी को भांग और धतूरा चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है।
इस चीज का है संकेत
भांग और धतूरा की प्रकृति कड़वी या फिर जहरीली होती है। जिस कारण मन में यह सवाल उठता है कि शिव जी पर ये चीजें क्यों अर्पित की जाती हैं। असल में भगवान शिव पर भांग और धतूरा अर्पित करने का अर्थ है कि हम अपनी सभी बुराईयां जैसे मन की कड़वाहट आदि का त्याग कर रहे हैं। ऐसे में भगवान को यह चीजें अर्पित कर हम स्वयं को निर्मल करने का संकल्प लेते हैं।
बहुत-ही खास है भगवान शिव के इन नामों का अर्थ
क्या आपको भी दिखाई देता है यह पक्षी, तो मिल सकते हैं ये खास संकेत?
ज्योतिषीय कारण
शिवलिंग पर धतूरा अर्पित करने का ज्योतिषीय कारण भी है, क्योंकि इसे राहु का कारक माना जाता है। ऐसे में भगवान शिव को धतूरा अर्पित करने से राहु से जुड़े दोषों से छुटकारा मिल सकता है, जैसे कालसर्प और पितृदोष। महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर भांग और धतूरा अर्पित करने से आप दोगुना लाभ उठा सकते हैं।
300 साल बाद महाशिवरात्रि पर बन रहा ‘त्रिकोण योग’
आर्थिक तंगी से मिलेगा छुटकारा, करें इस स्तोत्र का पाठ
महाशिवरात्रि के दिन इस अचूक उपाय से कालसर्प दोष दूर होगा
डिसक्लेमर: ‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें।