Women’s Day 2024 : महिलाओं को समाज में समानता, सुरक्षा और सम्मान के अधिकार प्राप्त हो सकें, इसलिए International Women’s Day मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का एक बहुत अलग और महत्वपूर्ण उद्देश्य है कि लिंग के आधार पर स्त्रियों को असामनता या शोषण का सामना न करना पड़े।Women’s Day 2024
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महिलाओं और पुरुषों के बीच हमारे समाज में कई भूमिकाएं विभाजित हैं। इतना ही नहीं, पुरुषों और महिलाओं के लिए बांट दिया गया है। सोशल मीडिया पर विदेशों के कई जेंडर रिवील पार्टीज में भी आपने देखा होगा कि लड़की के लिए पिंक और लड़को के लिए ब्लू रंग का इस्तेमाल किया जाता है। Women’s Day 2024
यही नहीं, बहुत से लड़के पिंक रंग के कपड़े पहनने से कतराते हैं क्योंकि वे सोचते हैं कि गुलाबी रंग सिर्फ लड़कियां पहनती हैं और वे अपने आप को मजाक में डालने से बचना चाहते हैं। गुलाबी रंग को सिर्फ महिलाओं से जोड़कर देखा जाता है क्यों? जाने क्यों पिंक रंग महिलाओं का रंग माना जाता है।
पिंक था लड़कों का रंग
पुराने समय में पिंक कलर को लड़कियों से नहीं बल्कि लड़कों से जोड़कर देखा जाता था, आज की तरह। पश्चिमी देशों में बच्चों को प्रथम विश्व युद्ध से पहले सफेद रंग का कपड़ा पहनाया जाता था। बच्चों को जोड़कर किसी रंग को नहीं देखा गया। धीरे-धीरे डाई का इस्तेमाल और बच्चों के कपड़े पर पेस्टल रंगों का इस्तेमाल होने लगा।
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इस कारण से बच्चों के कपड़ों में गुलाबी और नीले रंगों को शामिल करना शुरु किया गया। इस समय कई जगहों पर गुलाबी रंग को लड़कों के लिए ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था। ऐसा माना जाता था कि गुलाबी दृढ़ निश्चयता और पुरुषत्व का रंग होता है, जो लड़कों को ज्यादा सूट करेंगे। वहीं नीले रंग को काफी नाजुक समझा जाता था और सुंदरता से जोड़कर देखा जाता था। इसलिए इस रंग को लड़कियों के लिए ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था।
कैसे बना पिंक लड़कियों का रंग?
बीसवीं शताब्दी की शुरुआत में दुकानदारों ने कपड़ों और खिलौनों को बेचने के लिए उन्हें लिंग से जोड़कर, रंगों के हिसाब से बेचना शुरू कर दिया। हालांकि, इस समय भी कई जगहों की दुकानें गुलाबी को लड़कों के लिए और नीला लड़कियों के लिए इस्तेमाल कर रहे थे, तो कुछ जगहों पर पिंक लड़कियों के लिए और ब्लू लड़कों के लिए प्रयोग किया जा रहा था।
हालांकि, गुलाबी को लड़कियों का रंग बनाने के पीछे दो मशहूर पेंटिंग्स का हाथ है। ये पेंटिंग्स, द बॉय और पिंकी के नाम से जानी जाती हैं, जिसमें एक लड़के ने नीले रंग के कपड़े पहने थे और लड़की ने गुलाबी रंग के कपड़े पहने थे। इसके बाद से गुलाबी रंग को धीरे-धीरे महिलाओं से जोड़कर देखा जाने लगा और लड़कों के लिए नीले रंग के कपड़ों का इस्तेमाल किया जाने लगा। यह है लड़कियों के लिए गुलाबी रंग के इस्तेमाल की कहानी।